मुंबई। बेहतरीन फार्म में चल रहे सूर्यकुमार यादव के एक और अर्धशतक तथा हार्दिक पंड्या के ऑलराउंड खेल से मुंबई इंडियन्स ने आज यहां कोलकाता नाइटराइडर्स को 13 रन से हराकर आईपीएल-11 के प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदें बरकरार रखी।
सूर्यकुमार (39 गेंदों पर 59 रन, सात चौके, दो छक्के) और इविन लुईस (28 गेंदों पर 43 रन) ने मुंबई को अपेक्षित शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिए 56 गेंदों पर 91 रन जोड़े। इससे अंतिम दस ओवरों में 86 रन बनाने के बावजूद मुंबई चार विकेट पर 181 रन तक पहुंच गया। निचले क्रम में हार्दिक (20 गेंदों पर नाबाद 35) का योगदान अहम रहा।
रॉबिन उथप्पा (35 गेंदों पर 54 रन, छ: चौके, तीन छक्के) और नितीश राणा (27 गेंदों पर 31 रन) के बीच तीसरे विकेट के लिए 91 रन की साझेदारी से केकेआर एक समय मजबूत स्थिति में दिख रहा था लेकिन इसके बाद एकदम से मैच का पासा पलटा और आखिर में कप्तान दिनेश कार्तिक (26 गेंदों पर नाबाद 36 रन) की पारी के बावजूद केकेआर छ: विकेट पर 168 रन तक ही पहुंच पाया। हार्दिक ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया और चार ओवर में 19 रन देकर दो विकेट लिए।
मुंबई की यह केकेआर पर आईपीएल में लगातार सातवीं जीत है। उसकी वर्तमान सत्र में यह दस मैचों में चौथी जीत है जिससे उसके आठ अंक हो गए हैं और वह पांचवें स्थान पर बना हुआ है। केकेआर की यह दस मैचों में पांचवीं हार है और वह दस अंक के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है।
केकेआर ने लक्ष्य का पीछा करते हुए बीच में तीन गेंद के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों क्रिस लिन (17) और शुभमान गिल (सात) के विकेट गंवा दिए जिससे स्कोर दो विकेट पर 28 रन हो गया। अगर मयंक मार्केंडेय ने शुरू में ही उथप्पा का आसान कैच नहीं टपकाया होता तो केकेआर की स्थिति नाजुक हो जाती। उथप्पा ने इसका फायदा उठाकर अपने स्कोर में 50 रन और जोड़े।
उथप्पा ने पहले कृणाल पंड्या की गेंद पर उनके सिर के ऊपर से छक्का लगाया जबकि अगले ओवर में मार्केंडेय की आखिरी दो गेंदें छ: रन के लिए भेजी। इनमें से पहले छक्के से वह आईपीएल में 4000 रन पूरे करने वाले छठे बल्लेबाज भी बने। उनसे पहले सुरेश रैना, विराट कोहली, रोहित शर्मा, गौतम गंभीर और डेविड वॉर्नर इस मुकाम पर पहुंच चुके हैं।
उथप्पा और राणा के प्रयासों से केकेआर दस ओवर के बाद दो विकेट पर 91 रन के स्कोर पर पहुंच गया और उसे जीत के लिए अगले दस ओवरों में इतने ही रन की दरकार थी। उथप्पा ने अपना आक्रामक रवैया बरकरार रखा। उन्होंने बेन कटिंग पर लगातार चार चौके जमाए और आईपीएल-11 में अपना पहला अर्द्धशतक पूरा किया लेकिन इसके तुरंत बाद वह मार्केंडेय की गेंद पर लांग आफ पर आसान कैच दे बैठे।
केकेआर को अंतिम आठ ओवरों में 71 रन की दरकार थी लेकिन अगले चार ओवरों में केवल 17 रन बने और इस बीच उथप्पा और राणा पवेलियन भी लौटे जिससे आखिरी चार ओवर के लिए रन रेट 13 रन प्रति ओवर से ऊपर चला गया।
आंद्रे रसेल (9) नहीं चल पाए। कार्तिक ने प्रयास जारी रखे लेकिन रन और गेंदों के बीच अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है। आखिरी ओवर में 23 रन चाहिए थे लेकिन केकेआर नौ रन ही बना पाया। इससे पहले लुईस और सूर्यकुमार ने जिस तरह से अपनी पारियां आगे बढ़ाई उससे लग रहा था कि जैसे उनके बीच एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची है। पहले दो ओवर में केवल आठ रन बने। इसके बाद सूर्यकुमार ने मिशेल जॉनसन पर दो चौके और छक्का जड़कर मुंबई के दर्शकों में जोश भरा।
लुईस ने पहले सुनील नारायण (35 रन देकर दो) और फिर पीयूष चावला को निशाने पर रखकर पारवप्ले में स्पिनरों पर भरोसा तोड़ने की कोशिश की। मुंबई ने पहले छ: ओवरों में 54 रन बनाए। लुईस जब 38 रन पर थे तो राणा ने अपनी गेंद पर उनका मुश्किल कैच छोड़ा लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाए और रसेल (दो ओवर में 12 रन देकर दो विकेट) की धीमी गेंद पर शॉर्ट फाइन लेग पर आसान कैच दे बैठे। उन्होंने पांच चौके और दो छक्के लगाए।
सूर्यकुमार ने 31 गेंदों पर सत्र का चौथा अर्द्धशतक जमाया और इस बीच आईपीएल में 1000 रन भी पूरे किए। तीसरे नंबर पर उतरे रोहित (11) नहीं चल पाए। नारायण पर लगाया गया उनका स्लॉग स्वीप डीप मिडविकेट पर कैच में बदल गया।
भीषण गर्मी के कारण लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहना आसान नहीं था। सूर्यकुमार पर भी थकान हावी थी और आखिर में वह रसेल की गुडलेंथ गेंद को कट करने के प्रयास में विकेट के पीछे कैच दे बैठे। मुंबई का स्कोर 13 ओवर के बाद दो विकेट पर 122 रन था। पंड्या बंधु हार्दिक और कृणाल कसी हुई गेंदबाजी के सामने खुलकर नहीं खेल पाए। कृणाल (14) ने नारायण पर छक्का भी जमाया लेकिन अगली गेंद पर वह सीमा रेखा पर लपक लिए गए। डेथ ओवरों में अपेक्षित तेजी से रन नहीं बने। हार्दिक तेज गेंदबाजों पर शाट लगाने के लिए संघर्ष करते हुए दिखे जबकि जेपी डुमिनी भी 11 गेंदों पर नाबाद 13 रन ही बना सके।