हैदराबाद। इंडियन प्रीमियर लीग-12 के हाईवोल्टेज फाइनल मुकाबले को आखिरी गेंद पर मात्र 1 रन से जीतने के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि निर्णायक आखिरी ओवर लसित मलिंगा जैसे अनुभवी गेंदबाज को देने का फैसला सही रहा।
'हिटमैन' के नाम से मशहूर रोहित ने मैच के बाद आखिरी ओवर की रणनीति पर कहा कि मैं आखिरी ओवर हार्दिक पांड्या को देने पर विचार कर रहा था लेकिन मैं ऐसे गेंदबाज को गेंद सौंपना चाहता था जिसने पहले भी टीम के लिए ऐसी परिस्थितियों में प्रदर्शन किया हो। लसित मलिंगा चैंपियन हैं और बहुत अनुभवी भी हैं। वे टीम के लिए बहुत वर्षों से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
चेन्नई को जीतने के लिए आखिरी 6 गेंदों पर 9 रन चाहिए थे। मलिंगा की पहली गेंद पर 1 रन गया। दूसरी गेंद पर रवीन्द्र जडेजा ने सिंगल चुरा लिया। तीसरी गेंद पर शेन वॉटसन ने 2 रन लिए लेकिन चौथी गेंद पर वॉटसन दूसरा रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए।
चेन्नई को अब 2 गेंदों पर 4 रन चाहिए थे। 5वीं गेंद पर 2 रन से स्कोर 148 रन हो गया। अब 1 गेंद और चेन्नई को चाहिए थे 2 रन। लेकिन मलिंगा ने शार्दुल ठाकुर को आखिरी गेंद पर पगबाधा कर मुंबई को जश्न में डुबो दिया।
रोहित ने रोमांचक मुकाबले को जीतने के बाद कहा कि हमने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया जिसकी वजह से हम अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर रहने में कामयाब हुए। हमने टूर्नामेंट को 2 हिस्सों में बांटने की योजना बनाई थी। हमने जो भी किया वो एक टीम के रूप में किया और उसका हमें जीत के तौर पर नतीजा मिला।
टीम के प्रदर्शन पर कप्तान ने कहा कि हमारी टीम में 25 खिलाड़ी हैं। सभी खिलाड़ियों ने किसी न किसी मौके पर बेहद अहम भूमिका निभाई। सपोर्ट स्टाफ ने भी शानदार काम किया। हमारी गेंदबाजी खासतौर पर लाजवाब रही। गेंदबाजों ने खूब मेहनत की और हमें हर मुकाबले में वापसी कराने के लिए अहम योगदान दिया। सभी गेंदबाजों ने अपनी जिम्मेदारी संभाली जिसका हमें फायदा मिला।
उन्होंने कहा कि मैं हर मुकाबले में कुछ न कुछ सीख रहा हूं। जीत का श्रेय टीम को भी जाता है, क्योंकि उनके प्रदर्शन के बिना कप्तान बेकार है।