नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी के कारण आईपीएल (IPL 2020) के 13वें सीजन का आयोजन दुबई में होने जा रहा है। भारत-चीन सीमा विवाद के बाद चीनी सामानों के बहिष्कार की उठती मांग के बीच वीवो ने पिछले हफ्ते बीसीसीआई के साथ अपना करार खत्म कर दिया था। वीवो इंडिया ने 2017 में आईपीएल टाइटल प्रायोजन अधिकार 2,199 करोड़ रुपए में हासिल किए थे।
कंपनी को हर सीजन में बीसीसीआई को करीब 440 करोड़ रुपए का भुगतान करना था। वीवो के हट जाने के बाद से ही बीसीसीआई नए प्रायोजक की तलाश में था। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी कहा था कि वीवो के हट जाने से कोई ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है। अब खबरें आ रही हैं कि योगगुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आईपीएल 2020 के प्रायोजक के लिए बोली लगा सकती है।
'इकॉनॉमिक्स टाइम्स' में छपी एक खबर के अनुसार पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि हम पतंजलि को ग्लोबल ब्रांड बनाना चाहते हैं और इसी वजह से हम आईपीएल के प्रायोजक बनने पर विचार कर रहे हैं। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आईपीएल की प्रायोजक पतंजलि बनता है तो उसे वैश्विक स्तर पर एक बड़ी पहचान मिलेगी। हालांकि पतंजलि के कई के उत्पादों के प्रचार में खेल की बड़ी हस्तियां नजर आती हैं।
वीवो के हट जाने के बाद आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप में जियो, एमेजॉन, टाटा ग्रुप, ड्रीम 11 और बायजू जैसी कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। बीसीसीआई ने कहा कि आईपीएल-13 के नए प्रायोजक के लिए पूरी पारदर्शिता और प्रक्रिया का पालन करेगी। बीसीसीआई जल्द ही आईटीबी निकालने वाली है। प्रायोजक चुनने के लिए टेंडर प्रक्रिया का पालन किया जाएगा, क्योंकि बोर्ड पारदर्शिता चाहता है। इन्विटेशन बिड के तहत नीलामी जीतने वाले को यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच यूएई में होने वाले आईपीएल के 13वें सीजन का प्रायोजक बनाया जाएगा।