'गिरते हैं शाह सवार मैदान-ए-जंग में,
वो तिफ्ल (बच्चे) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले'
यह शेर आईपीएल IPL-13 में कोलकाता का मानमर्दन दर्शाने के लिए पर्याप्त है। बालक चक्रवर्ती और नागरकोटी के सामने 33.48 रन प्रति ओवर का बेहद आसान लक्ष्य था। नन्हे चक्रवर्ती ने इसके पूर्व खेले हुए 7 मैचों में मात्र 1 रन बनाया था। क्या करते बेचारे, लक्ष्य हासिल करने से चूक गए। दूसरी तरफ युवा बेनटेन, नीतीश राणा, इयोन मोर्गन, कप्तान दिनेश कार्तिक एवं रसेल के तो क्या कहने...। तमाम बंदो ने शाहरुख खान की नाक मोरी में रगड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी तथा उसे 'अंजाम' तक पहुंचा दिया।
ऐसा लिखने से वॉशिंगटन सुंदर और यूज़वेंद्र चहल की जादुई स्पिन गेंदबाजी का महत्व कतई कम नहीं होता। इन दोनों ने लगातार 7 ओवर की हैरतअंगेज गेंदबाजी कर राणा, कार्तिक और मोर्गनको डगआउट में भेजकर राइडर के ताबूत में पराजय की नाल ठोंक दी। दो शिकार वॉशिंगटन सुंदर के जाल में फंस गए।
34 रन बनाने वाले शुभमन गिल खुद की गलती से रन आउट हो गए। इसके बाद कमेंटेटर से लेकर कार्तिक तक, सभी को हथौड़ा छाप आंद्रे रसेल से उम्मीद थी क्योंकि वास्तव में रसेल का भूतकाल ऐसा ही था। यहां उदाना ने 1 छक्का तथा 2 चौके खाकर ऐसा कारनामा किया मानो बंसी में मगरमच्छ फांस लिया। सच तो यह है कि 195 लक्ष्य के सामने 'राइडर' घुटने के बल चलकर पस्त हो गए।
निश्चित रूप से 82 रनों की पराजय हार का नहीं, बल्कि शर्म का विषय है। पूर्व में फिंच (43) और देवदत्त (32) ने उम्दा आगज किया। इन दोनों के जाने के बाद स्थिति कतई अच्छी नहीं थी और स्कोरबोर्ड 15 ओवर में 111/2 की मातमी सूरत लिए खड़ा था।
विराट (नाबाद 32) केवल सिंगल-डबल खरगोश के मानिंद दौड़ रहे थे लेकिन चौके के मामले में कछुआ ही साबित हुए। उनका पहला चौका 25 वीं गेंद पर आया। ठीक इसके विपरीत एबी डी विलियर्स का आगमन हुआ। उनका पहला चौका बंदूक की रफ्तार से आया और उसके बाद इस बंदे ने जो कत्लेआम मचाया स्कोर बोर्ड भी पनाह मांग गया।
'फुलझड़ी' के अंदाज में आ रहे रनों ने मानों 'रस्सी बम' का रूप ले लिया और गेंदबाज केवल आसमान ताकते रहे। 6 तूफानी छक्के तथा 4 चौके डिविलियर्स (नाबाद 73 )के द्वारा मचाई गई तबाही का पर्याप्त प्रमाण है। 2 छक्के तो मैदान पार कर सड़क के उस पार खरीदारी करने चले गए। 16 ओवर में शुरु हुई 129 रनों की यात्रा 20 ओवर के पूरे होने तक 194 के तूफानी अदांज में संपन्न हुई।
डिविलियर्स और विराट ने 48 गेंदों में नाबाद शतकीय साझेदारी निभाई। आईपीएल में दोनों ने 3000 रन की साझेदारी का आंकड़ा पार कर लिया। ईमानदारी से तो खेल की तमाम विधाओं में लोमहर्षक डिविलियर्स ने कोलकाता को घुटने के बल चलाकर पस्त कर दिया।