दुबई। दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग को अपने शीर्षक्रम खासकर स्टार बल्लेबाज ऋषभ पंत से इंडियन प्रीमियर लीग के इस सत्र में प्रभावी प्रदर्शन की उम्मीद है लेकिन उन्होंने कहा कि वे इस युवा खिलाड़ी पर अपेक्षाओं का दबाव नहीं डालेंगे।
किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ रविवार को दिल्ली के अभियान के आगाज से पूर्व पोंटिंग ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मुझे पूरी टीम से काफी उम्मीदें हैं और मुझे यकीन है कि ऋषभ इस बार भी प्रभावी प्रदर्शन करेंगे। लेकिन एक कोच होने के नाते मैं ऐसी कोई अपेक्षाएं नहीं रखना चाहता, जो खिलाड़ी को खुद से भी नहीं हो।
उन्होंने कहा कि कोचिंग स्टाफ का काम टीम पर से दबाव कम करना है ताकि खिलाड़ी खुलकर स्वाभाविक खेल दिखा सकें। आईपीएल के पिछले सत्र में 16 मैचों में 162 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से 488 रन बनाने वाले पंत ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 27 गेंद में 78 रन बनाए थे। उन्होंने यहां भी अभ्यास मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
पोंटिंग ने कहा कि अजिंक्य रहाणे के आने से टीम की बल्लेबाजी की गहराई बढ़ी है। उन्होंने कहा कि टीम में काफी लचीलापन है और रहाणे के आने से गहराई भी बढ़ी है। श्रेयस ने पिछले साल शानदार प्रदर्शन किया। पंत, शिमरोन हेटमाएर व एलेक्स कारे बल्लेबाजी को मजबूती देते हैं और निचले क्रम पर अक्षर पटेल भी हैं।
यह पूछने पर कि विकेट स्पिनरों की मददगार होगी या तेज गेंदबाजों की, पोंटिंग ने कहा कि टूर्नामेंट आगे बढ़ने के साथ हालात बदलते रहेंगे। पिछले दिनों विकेट पर घास थी और शुरुआत में सीम गेंदबाजों को मदद मिलेगी लेकिन बाद में विकेट धीमा होगा और स्पिनरों की भूमिका भी अहम होगी।
उन्होंने स्वीकार किया कि दर्शकों के बिना खाली स्टेडियमों में खेलना अजीब होगा लेकिन कहा कि पहले मैच के बाद इसकी आदत पड़ जाएगी और मौजूदा हालात अलग है तथा कड़े प्रोटोकॉल लागू हैं, जो बिलकुल नए हैं। दर्शकों के बिना खेलना अजीब होगा लेकिन अब यहां ढाई सप्ताह हो चुके हैं। अभ्यास के दौरान कोचिंग स्टाफ ने भी इसके लिए काफी मेहनत की है और हमें पता है कि दुनियाभर में खासकर दिल्ली में हमारे प्रशंसक हमारे साथ हैं और हम उन्हें निराश नहीं करेंगे।
गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध का कितना असर होगा, यह पूछने पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि असल में लार का इस्तेमाल गेंदबाजों की आदत बन चुकी है और अनजाने में भी वे ऐसा कर जाते हैं। हमें बताया गया है कि ऐसा करने पर कड़े जुर्माने का प्रावधान है। इस संबंध में खिलाड़ियों को तफ्शील से बताया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वैसे भी गेंद की चमक बरकरार रखने के लिए लार के इस्तेमाल की टी-20 में उतनी जरूरत नहीं होती जितनी टेस्ट क्रिकेट में। (भाषा)