नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा भले ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल हैं लेकिन जब भी यह टी20 टूर्नामेंट विदेशों में खेला गया तब ये दोनों बल्लेबाज अपेक्षित प्रदर्शन करने में नाकाम रहे।
कोविड-19 महामारी के कारण इस बार आईपीएल का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में किया जाएगा। यह तीसरा अवसर होगा जबकि भारत का यह घरेलू टूर्नामेंट विदेशी धरती पर खेला जाएगा। इससे पहले आम चुनावों के कारण 2009 में पूरा टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका जबकि 2014 में पहला चरण यूएई में खेला गया था।
इन दोनों अवसरों पर कोहली और रोहित अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाये थे। कोहली ने आईपीएल में विदेशों में जो 21 मैच खेले हैं उनमें उन्होंने 23.40 की औसत से 351 रन बनाये जिसमें केवल एक अर्धशतक (उच्चतम 50 रन) शामिल है।
कोहली का आईपीएल में प्रदर्शन : कोहली ने आईपीएल में अब तक कुल 177 मैच खेले हैं जिसमें 37.84 की औसत से 5,412 रन बनाये हैं जिसमें पांच शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। इसका मतलब है कि कोहली ने भारत में जो 156 मैच खेले उनमें 39.53 की औसत से 5,061 रन बनाये। उन्होंने अपने पांचों शतक के अलावा 35 अर्धशतक स्वदेश में लगाये।
कोहली आईपीएल में शुरू से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने 2009 में दक्षिण अफ्रीका में 16 मैचों में 22.36 की औसत और एक अर्धशतक की मदद से 246 और 2014 में यूएई में पांच मैचों में 105 रन बनाये थे। इस टूर्नामेंट की स्वदेश में खेली गयी नौ पारियों में हालांकि वह दो अर्धशतक की मदद से 254 रन बनाने में सफल रहे थे।
रोहित का आईपीएल में प्रदर्शन : रोहित के नाम पर आईपीएल में 188 मैचों में 31.60 की औसत से 4,898 रन दर्ज हैं जिनमें एक शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। वह इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में कोहली और सुरेश रैना (5368) के बाद तीसरे नंबर पर हैं। रोहित ने अपने इन रनों में से 446 रन विदेशी धरती पर बनाये।
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और यूएई में अब तक कुल 21 मैच खेले और 24.77 की औसत से रन बनाये जिसमें दो अर्धशतक (उच्चतम 52) शामिल हैं। रोहित 2009 में डेक्कन चार्जर्स का हिस्सा थे और तब दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने 16 मैचों में एक अर्धशतक की मदद से 362 रन बनाये।
इसके पांच साल बाद यूएई में हालांकि वह मुंबई इंडियन्स की तरफ से पांच मैचों में 84 रन ही बना पाये थे। इसमें चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ खेली गयी 50 रन की एक पारी भी शामिल हैं। इस तरह से रोहित बाकी चार मैचों में केवल 34 रन बना पाये थे। तब स्वदेश में खेले गये दूसरे चरण में उन्होंने दस मैचों में 306 रन बनाकर अपने रिकार्ड में सुधार किया था। (भाषा)