नई दिल्ली: कई दिनों से यह चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही थी कि आईपीएल 2022 के लिए दो टीमों में लखनऊ का गोयनका ग्रुप और गुजरात का अडानी ग्रुप बोली लगा सकता है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक अडानी ग्रुप ने आईटीटी (निविदा का निमंत्रण) को खरीदा है। आने वाले दिनों में तस्वीर साफ हो सकती है कि अडानी ग्रुप आईपीएल टीमों की बोली लगाने में दिलचस्पी दिखाता है या नहीं।
अगले सीजन से आने वाली दो नई आईपीएल टीमों के लिए बड़े व्यापार समूहों ने दिलचस्पी दिखाई है।
दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से दो नई आईपीएल टीमों के लिए निविदा के लिए आमंत्रण (आईटीटी) दस्तावेजों की बिक्री की समयसीमा हाल ही में समाप्त हुई है।
सूत्रों की मानें तो एक दर्जन से अधिक पार्टियों ने आईटीटी को खरीदा है, हालांकि इस बात को लेकर कोई निश्चितता नहीं है कि ये सभी पार्टियों अब से दो हफ्ते बाद टीमों के लिए बोली लगाने के लिए दुबई में उपलब्ध होंगी या नहीं। आईटीटी खरीदने वालों में कुछ बड़े व्यापार समूह भी शामिल हैं।
इन बड़े समूहों में से एक अहमदाबाद का अडानी समूह भी है। बीसीसीआई के सूत्रों ने खुलासा किया है कि अहमदाबाद फ्रेंचाइजी खरीदने के लिए पसंदीदा गुजरात के इस बड़े व्यापार समूह ने आईटीटी को खरीदा है। हालांकि यह बात इस चीज का संकेत नहीं है कि ये व्यापार समूह निश्चित रूप से एक टीम के लिए बोली लगाएंगे, इसलिए इस चीज को केवल उनकी रुचि समझा जा रहा है न कि इच्छा। समूह के एक प्रवक्ता ने भी इस बारे में पुष्टि या खंडन दोनों चीजों से इनकार किया है।
अहमदाबाद स्थित टोरेंट फार्मा, हैदराबाद स्थित अरबिंदो फार्मा, आरपीएसजी समूह के संजीव गोयनका, कुछ एजेंसियों और उद्यम पूंजीपतियों जैसे कुछ अन्य बड़े समूहों ने भी आईटीटी को खरीदा है। बीसीसीआई ने अहमदाबाद, लखनऊ, धर्मशाला, गुवाहाटी, रांची और कटक फ्रेंचाइजी को खरीदने के लिए उपलब्ध रखा है, जिसमें पहले दो नामित शहरों के लिए बड़ी बोली लगने की उम्मीद है।यह पुष्टि की गई है कि कोई ई-नीलामी नहीं होगी और बंद बोली प्रक्रिया की सदियों पुरानी प्रथा का पालन किया जाएगा।
3000 करोड़ रुपए कमाने वाली कंपनी को मिलेगा मौका
बीसीसीआई ने वित्तीय जरूरतों को लेकर स्पष्ट करते हुए कहा है कि बोली लगाने वाली प्रत्येक पार्टी की कुल संपत्ति 2500 करोड़ रुपए होनी चाहिए और कंपनी का कारोबार तीन हजार करोड़ रुपए का होना चाहिए। एक संघ के मामले में, बीसीसीआई केवल तीन भागीदारों को अनुमति देगा और उनमें से एक को 2500 करोड़ रुपए की कुल संपत्ति और तीन हजार करोड़ रुपए के कारोबार के उपरोक्त मानदंडों को पूरा करना होगा।
बीसीसीआई को होगा 5000 करोड़ का मुनाफा
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2022 के सत्र में दो नयी फ्रेंचाइजी टीमों को जोड़ने से भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के खाते में जल्द ही कम से कम 5000 करोड़ रुपये जमा हो सकते हैं।
आईपीएल के वित्तीय पक्ष को देखने वाले सूत्र ने बताया कि यदि बोली प्रक्रिया योजना के अनुसार आगे बढ़ी तो बीसीसीआई को कम से कम 5000 करोड़ रुपये का लाभ होगा क्योंकि कई कंपनियां बोली प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखा रही हैं।