दुबई: बुरे फॉर्म से गुजर रहे कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान इयोन मॉर्गन के पास में कल फॉर्म में वापसी का अच्छा मौका था। लेकिन जब तक वह क्रीज पर पहुंचे कोलकाता जीत की दहलीज पर पहुंच चुकी थी। मोर्गन ने 2 रन बनाए पर उनकी टीम को थोड़ी खुशी इस बात की होगी कि वह नाबाद लौटे।
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान इयोन मोर्गन ने स्वीकार किया कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं लेकिन उन्हें जल्द ही बड़ी पारी खेलने का विश्वास है।
केकेआर के अभी 13 मैचों में 12 अंक हैं और रन गति अच्छी होने के कारण उसे प्लेऑफ में जगह बनाने के लिये केवल अपने अंतिम लीग मैच को जीतने की जरूरत है। चेन्नई सुपर किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर पहले ही प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं।
मोर्गन ने केकेआर की सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ छह विकेट से जीत के बाद कहा, हां, मैं टूर्नामेंट के इस चरण या यूं कहें कि पूरे टूर्नामेंट में रन नहीं बना पाया। मेरा मानना है जब भी आप लंबे समय तक अच्छा योगदान नहीं दे पाते हैं तब आप बड़ी पारी खेलने के करीब होते हैं।
मोर्गन ने अब तक 12 पारियों में केवल 111 रन बनाये हैं जिसमें उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 47 रन है।केकेआर की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती के बारे में मोर्गन ने कहा कि टीम भाग्यशाली है कि उसे पास ये दोनों स्पिनर हैं।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इन दोनों खिलाड़ियों ने हमारी टीम में सबसे अधिक प्रभाव छोड़ा है। हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास ये दोनों खिलाड़ी विशेषकर नारायण है। वह लंबे समय से फ्रेंचाइजी का अहम अंग है।
मोर्गन ने सनराइजर्स को 115 रन पर रोकने के लिये अपने गेंदबाजों की प्रशंसा की।उन्होंने कहा, सनराइजर्स के खिलाफ मैच अच्छा उदाहरण है। हम भाग्यशाली है कि अन्य गेंदबाजों ने भी बहुत अच्छी गेंदबाजी की जिससे हम मैच अपने पक्ष में मोड़ने में सफल रहे।
मोर्गन ने सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की भी प्रशंसा की जिन्होंने अर्धशतक बनाकर केकेआर की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।
उन्होंने कहा, मुझे शुभमन गिल के लिये खुशी है। उसने दिखाया है कि वह सभी प्रारूपों में खेल सकता है। पिछले दो आईपीएल से वह लगातार योगदान देता रहा है। आज के मुश्किल विकेट पर भी उसने आसानी से रन बटोरे। उसने अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया।
इस सीजन की पिछली 12 पारियों में वह सिर्फ 10 से कम की औसत से रन बना चुके हैं। सिर्फ 111 रन कोलकाता के कप्तान ने बनाए हैं। इसमें से लगभग आधे रन (47) पंजाब के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने बनाए थे।इसके सहित सिर्फ 2 बार ही वह दोहरे आंकड़े तक पहुंच पाए हैं।
सबसे खराब औसत वाले कप्तान
हैदराबाद से होने वाले मैच से पहले आईपीएल के किसी भी सत्र में उन्होंने किसी भी कप्तान के सबसे खराब औसत का अनचाहा रिकॉर्ड बना लिया था अब उनका औसत और कम हो गया है। उनसे ऊपर हरभजन सिंह हैं जिन्होंने 2012 में 12 के औसत से रन बनाए थे। शेन वॉर्न ने साल 2009 में 13 के औसत से रन बनाए थे।लेकिन यह दोनों गेंदबाज थे तो इनका बल्ले से खराब औसत समझ में आता है मॉर्गन का नहीं।
इसके अलावा वह एक सीजन में सर्वाधिक 9 बार 10 रनों से कम पर आउट होने वाले बल्लेबाज बन गए थे। उनके साथ दिनेश कार्तिक (2020) और दीपक हुड्डा भी (2016) 9 बार 10 रनों से कम पर आउट हुए थे।