मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर इस बात को लेकर आश्चर्यचकित हैं कि कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के बाद भी काफी संख्या में उनके देश के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए भारत में रूके हुए हैं, खासकर छोटी रकम का करार पाने वाले स्टीव स्मिथ।
ऑस्ट्रेलिया के 3 खिलाड़ी भारत में कोविड-19 मामले के बढ़ने के बाद स्वदेश लौट गए हैं, लेकिन उनके 14 खिलाड़ियों के अलावा कुछ कोच और कमेंटेटर आईपीएल का हिस्सा बने हुए हैं।
टेलर ने चैनल 9 पर एक चर्चा के दौरान कहा, मैं थोड़ा आश्चर्यचकित हूं कि वहां अब भी कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी रूके हुए हैं। अगर आप पैट कमिंस हैं तो छह सप्ताह के लिए क्रिकेट छोड़ना काफी मुश्किल है।
उन्होंने कहा, स्टीव स्मिथ का मामला दिलचस्प है क्योंकि उनका अनुबंध लगभग 350,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (दिल्ली कैपिटल्स के साथ 2.2 करोड़ रुपए) का है। स्मिथ जैसे खिलाड़ी के लिए यह उतना बड़ा अनुबंध नहीं है जितना कि शायद होना चाहिए था। मैं हैरान था कि उन्होंने वहां जाने का फैसला किया।
टेलर ने मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े एक अन्य खिलाड़ी क्रिस लिन के सुझाव को बेतुका करार दिया। लिन ने कहा था कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को टूर्नामेंट के अंत में खिलाड़ियों को वापस लाने के लिए एक चार्टर्ड उड़ान की व्यवस्था करनी चाहिए।
लिन ने कहा था कि चूंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने खिलाड़ियों की आईपीएल कमाई का कुछ प्रतिशत लेता है, इसलिए उन्हें वापस लाने की दिशा में काम करना चाहिए। टेलर ने इस टिप्पणी को बेतुका करार दिया।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि लिन की प्रतिक्रिया बेतुका है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ियों के अनुबंध का 10 प्रतिशत लेता है, ऐसा इसलिए है क्योंकि उसने कोचिंग और अन्य माध्यमों में खिलाड़ियों को उस लायक बनाया है।
एंड्रयू टाई, एडम जम्पा और केन रिचर्डसन कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण स्वदेश लौट गए लेकिन टेलर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर खिलाड़ी और कोच इस समय सहज महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, कई खिलाड़ियों ने कहा है कि वे बबल में सहज हैं, लेकिन जब टूर्नामेंट खत्म होगा, तब क्या होगा। मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और कोच उम्मीद कर रहे होंगे कि टूर्नामेंट खत्म होते ही वे जल्दी घर पहुंचेंगे। (भाषा)