चेन्नई:ज्यादातर यह वाद-विवाद का विषय रहता है कि मुंबई ज्यदा बेहतर है या दिल्ली। मुंबई और दिल्ली के लोग भी आपस में कई बार आपको अपने पड़ोस में इस पर बहस करते हुए दिख जाएंगे। अब यह परंपरागत जंग क्रिकेट के मैदान पर आज दिखेगी।
गत चैम्पियन मुंबई इंडियंस और पिछले सत्र की उप विजेता दिल्ली कैपिटल्स की टीमें जब मंगलवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में एक दूसरे के आमने सामने होंगी तो उनकी कोशिश एक दूसरे को पछाड़ने की होगी। मुंबई इंडियंस की मजबूत टीम को अगर लगातार तीसरी जीत हासिल करनी है तो उसे दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अपने मध्यक्रम की दिक्कतों को दूर करना होगा।
दिल्ली की टीम वानखेडे स्टेडियम में पंजाब किंग्स को छह विकेट से हराने के बाद इस मैच में खेलेगी जबकि मुंबई ने छोटे लक्ष्यों का बचाव करते हुए लगातार जीत दर्ज की है। लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ ऐसा नहीं होने वाला है, उसे इस मुकाबले में हर विभाग में सर्वश्रेष्ठ करना होगा। मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा को अच्छी शुरूआत मिली है और वह इसे बड़ी पारी में तब्दील करने के लिये प्रतिबद्ध होंगे और ऐसा ही क्विंटन डि कॉक के साथ भी होगा।
मुंबई के पास सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन, कीरोन पोलार्ड, हार्दिक पंड्या और उनके भाई कृणाल जैसे खिलाड़ी हैं जो किसी भी दिन किसी भी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने की काबिलियत रखते हैं लेकिन उन्हें अभी मिलकर शानदार प्रदर्शन करना बाकी है।पिछले मैच के बाद रोहित ने स्वीकार किया कि उनकी टीम मध्य ओवरों में थोड़ी बेहतर बल्लेबाजी कर सकती है।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अगुआई वाला मुंबई का गेंदबाजी आक्रमण पिछले दो मैचों में शानदार रहा है जब उन्होंने क्रमश: 150 और 152 रन के कम स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव किया। मुख्य गेंदबाज बुमराह (तीन विकेट) और न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट (छह विकेट) डेथ ओवरों में असाधारण रहे हैं।
लेग स्पिनर राहुल चाहर ने पिछले दो मैचों में सात विकेट चटकाये जिन्हें गेंदबाजी कोच शेन बांड विकेट झटकने वाला गेंदबाज कहते हैं।उनके पास स्पिनर कृणाल भी हैं जो अपनी टीम को सफलता दिलाने के लिये बेताब होंगे।
मुंबई ने पिछले मैच में एडम मिल्न को खिलाया था लेकिन पिच की प्रकृति को देखते हुए, वे ऑफ स्पिनर जयंत यादव को भी उतार सकते हैं जो 2020 फाइनल में इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेले थे।
वहीं दिल्ली कैपिटल्स के लिये सबसे सकारात्मक चीज शिखर धवन की फार्म है जो अभी तक टूर्नामेंट में 186 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे हैं।धवन और युवा पृथ्वी साव की सलामी जोड़ी खतरनाक है, लेकिन मुंबई के खिलाड़ी को अपनी शुरूआत को बड़े स्कोर में तब्दील करने की जरूरत है।
दिल्ली ने रविवार को आस्ट्रेलियाई स्टीव स्मिथ को खिलाने का फैसला किया लेकिन वे अब चेपॉक की धीमी पिच पर खेलेंगे तो वे फिर से अजिंक्य रहाणे को खिला सकते हैं जो इस तरह की पिचों पर खेलने के लिये बेहतर ढंग से अनुकूलित हैं।
कप्तान ऋषभ पंत में किसी भी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने की काबिलियत है। दिल्ली कैपिटल्स का टीम प्रबंधन उम्मीद करेगा कि गत चैम्पियन के खिलाफ उनका शीर्ष क्रम एकजुट होकर खेले जिनके खिलाफ वे पिछले साल फाइनल में हार गये थे।
दिल्ली कैपिटलस के पास मार्कस स्टोईनिस और ललित यादव जैसे बेहतरीन आल राउंडर भी हैं और ये खिलाड़ी भी अपनी भूमिका निभाने के लिये बेताब होंगे।उनके तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ दक्षिण अफ्रीका के कैगिसो रबाडा और क्रिस वोक्स हैं और दोनों अभी तक शानदार रहे हैं। उनके पास एनरिच नोर्जिया के रूप में एक अतिरिक्त विकल्प भी हैं जो टीम से जुड़ गये हैं।
दिल्ली ने पंजाब के खिलाफ चार तेज गेंदबाजों को खिलाया था लेकिन चेन्नई में वे और स्पिनरों को खिला सकते हैं क्योंकि यह पिच स्पिनरों के लिये फायदेमंद है।उनके पास अनुभवी अमित मिश्रा, प्रवीण दुबे और नये खिलाड़ी शम्स मुलानी के भी विकल्प हैं जो रविचंद्रन अश्विन के मददगार हो सकते हैं।(भाषा)
टीमें इस प्रकार हैं:
दिल्ली कैपिटल्स : ऋषभ पंत (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, पृथ्वी सॉव, शिमरोन हेटमायर, मार्कस स्टोइनिस, क्रिस वोक्स, आर अश्विन, अमित मिश्रा, ललित यादव, प्रवीण दुबे, कैगिसो रबाडा, एनरचि नोर्जिया, इशांत शर्मा, अवेश खान, स्टीव स्मिथ, उमेश यादव, रिपल पटेल, विष्णु विनोद, लुकमान मेरिवाला, एम सिद्धार्थ, टॉम करेन, सैम बिलिंग्स और अनिरूद्ध जोशी।
मुंबई इंडियंस: रोहित शर्मा (कप्तान), सूर्यकुमार यादव, अनमोलप्रीत सिंह, क्रिस लिन, सौरभ तिवारी, धवल कुलकर्णी, जसप्रीत बुमराह, राहुल चाहर, ट्रेंट बोल्ट, मोहसिन खान, हार्दिक पंड्या, जयंत यादव, कीरोन पोलार्ड, कृणाल पंड्या, अनुकुल रॉय, इशान किशन, क्विंटन डिकॉक, आदित्य तारे, एडम मिल्ने, नाथन कूल्टर नाइल, पीयूष चावला, जेम्स नीशाम, युद्धवीर चरक, मार्को जेनसन और अर्जुन तेंदुलकर।
मैच शाम सात बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा।