राजस्थान बनाम गुजरात के मुकाबले में सबकी नजरें 2 खिलाड़ियों पर लगी है। यह दो खिलाड़ी पिछले 2 सत्र से राजस्थान के लिए खेल रहे थे। कभी कभार ही इन दोनों बल्लेबाज जो कि निचले मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं, टीम के लिए योगदान दिया होगा। इस कारण राजस्थान ने इन दोनों को ही मेगा नीलामी के लिए रीलीज कर दिया था। गुजरात ने इन दोनों ही फिनिशर को मोटे दाम में अपनी ओर शामिल कर लिया था। अब आलम यह है कि फाइनल में यह दोनों फिनिशर ही अपनी पुरानी फ्रैंचाइजी के खिलाफ खड़े हैं।
स्पिन के खिलाफ किलर हो गए मिलर (नीलामी- 3 करोड़)
आईपीएल 2022 में डेविड मिलर ने स्पिन के ख़िलाफ़ 96 के औसत और 144.36 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इस सीज़न स्पिन गेंदबाज़ों की कम से कम 130 गेंदों का सामना करने वाले बल्लेबाज़ों में सिर्फ़ जॉस बटलर, केएल राहुल और तिलक वर्मा ही औसत के मामले में मिलर से आगे हैं जबकि स्ट्राइक रेट के मामले में ऋषभ पंत, बटलर और तिलक ही उनसे आगे हैं।
मिलर ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि भले ही वह स्पिन के ख़िलाफ़ कभी उतना न जूझे हों लेकिन उन्होंने स्पिन गेंदबाज़ों का सामना करने के लिए बीते कुछ सालों में काफ़ी मेहनत की है और इससे स्पिन के ख़िलाफ़ उनकी मानसिकता में भी काफ़ी परिवर्तन आया है।
मिलर ने कहा, "मुझे ख़ुद बतौर खिलाड़ी कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि मैं स्पिन के ख़िलाफ़ संघर्ष करता हूं। हालांकि यह एक ऐसा बिंदु ज़रूर था जिस पर मुझे काम करना था और पिछले तीन-चार सालों में मेरी मानसिकता में काफ़ी बदलाव आया है। मैं हर गेंद पर रन बनाना चाहता हूं लेकिन जब कोई ख़राब गेंद होती है तो मैं कम से कम चौका या छक्का लगाने की अच्छी स्थिति में होता हूं। ज़ाहिर है कि इससे गेंदबाज़ पर दबाव पड़ता है। यह उन चीज़ों में से एक है जिसे मैंने मानसिक रूप से सुधारने की कोशिश की है।"
गुजरात टाइटंस के इस बल्लेबाज़ ने इस सीज़न में अब तक 449 रन बनाए हैं जो कि पंजाब किंग्स की तरफ़ से खेलते हुए 2014 के सीज़न में उनके 446 रन से अधिक है। वह इस सीज़न सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में आठवें पायदान पर हैं। वहीं गुजरात के लिए वह कप्तान हार्दिक पांड्या के बाद सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ भी हैं। स्ट्राइक रेट के लिहाज़ से सिर्फ़ बटलर, क्विंटन डिकॉक और संजू सैमसन का ही स्ट्राइक रेट उनके 141.19 के स्ट्राइक रेट से अधिक है।
मिलर ने कहा, "यह इस मायने में सुखद रहा है कि मैं पूरे सीज़न में अपने आत्मविश्वास को बनाए रखने में सक्षम रहा हूं। हमारे सभी प्रदर्शनों में वातावरण का एक बड़ा श्रेय जाता है। एक खिलाड़ी के रूप में यदि मैदान के बाहर आपकी अच्छी देखभाल की जाती है तो आप सहज महसूस करते हैं। आईपीएल में पिछले चार पांच साल - 2016 में मेरा खराब सीज़न था - और तब से मुझे बिल्कुल भी समर्थन महसूस नहीं हुआ है। यह आईपीएल की प्रकृति इस मायने में है कि बहुत सारे विदेशी खिलाड़ी हैं और केवल चार ही खेल सकते हैं। मुझे वापस जाना था और अपने खेल पर काम करना था और कोशिश करनी थी और चलते रहने का रास्ता खोजना था। हालांकि मुझे साउथ अफ़्रीका और घर पर घरेलू टीमों के लिए खेलना अच्छा लगा, लेकिन मैं एक टीम में अवसर खोजने की कोशिश करता रहा और इस सीज़न में यही हुआ है।"
मिलर को 2016 में किंग्स XI पंजाब का कप्तान बनाया गया था और सीज़न के बीच ही उन्हें हटा भी दिया गया था। उस सीज़न में उन्होंने 14 मैचों में 161 रन बनाए थे। तब से, उन्होंने कभी भी एक सीज़न में सभी मैचों में भाग नहीं लिया, चाहे वह पंजाब के लिए हो या राजस्थान रॉयल्स के लिए लेकिन गुजरात ने न केवल मिलर को एकादश में चुना है, बल्कि उन्होंने पांच नंबर पर बल्लेबाज़ी भी की है, जहां उन्हें अपने स्ट्रोक खेलने से पहले नज़रें जमाने का समय मिलता है। साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ के संयम और अनुभव ने गुजरात को ग्रुप चरण में चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ जीत हासिल करने में मदद भी की जब 170 का पीछा करते हुए वह 87 रन पर पांच विकेट गंवा चुके थे।
'आइसमैन' तेवतिया ने अपने तरकश में जोड़े कुछ कारगर तीर (नीलामी- 9 करोड़)
बेंगलुरु के ख़िलाफ़ मिली जीत के बाद कॉमेंटेटर बॉक्स से लेकर ट्वीटर तक, सभी लोग राहुल तेवतिया को 'आइसमैन' कह कर पुकारने लगे थे।गुजरात के कप्तान हार्दिक पंड्या ने भी उनके इस उपनाम को सही साबित करने के लिए एक बयान भी दे दिया था। मैच के बाद उन्होंने कहा था, "अगर आप इस तरीक़े से मैच को फ़िनिश कर सकते हैं तो आपको सुपर कूल होना पड़ेगा।"
हालांकि तेवतिया ने कहा कि पिच पर वह जितना कूल दिखते हैं, वह उतना कूल रहते नहीं हैं। उन्होंने बताया, " मैच के दौरान या अपनी पारी के दौरान दिमाग़ में काफ़ी कुछ चलते रहता है। मैं यह सोचता हूं कि कैसे अपनी योजनाओं को अंजाम देना है, किस गेंदबाज़ के ख़िलाफ़ चांस लेना है। साथ ही मैं जिस योजना के साथ मैदान पर आता हूं, उसका पालन करता हूं।"
अब तक तेवतिया मुख्य रूप से लेग-साइड में शॉट्स लगाने वाले खिलाड़ी रहे हैं, और बेंगलुरु के तेज़ गेंदबाज़ों ने इसका फ़ायदा उठाने की कोशिश की। वे लगातार ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद फेंक रहे थे ताकि तेवतिया अपने शॉट्स ना खेल सकें लेकिन उन्होंने उन्हें चौंकाते हुए इसका भी लाभ उठाया। उन्होंने बेंगलुरु के तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ थर्डमैन से लेकर एक्सट्रा कवर तक चौके और छक्के लगाए।
तेवतिया ने कहा, "मैंने इस सीज़न से पहले अपने ऑफ़-साइड खेल पर काम किया था क्योंकि गेंदबाज़ मेरे ख़िलाफ़ ऑफ़-साइड फ़ील्ड के साथ वाइड लाइन और लेंथ पर बॉलिंग कर के मुझे रन बनाने से रोक रहे थे। इसी कारण से मैंने इस क्षेत्र मे काफ़ी काम किया है। अब मैं विकेट के दोनों तरफ़ खेल सकता हूं।"
गुजरात की निचले क्रम की बल्लेबाजी हो गई घातक
गुजरात के नंबर पांच से लेकर सातवें नंबर के बल्लेबाज़ों ने इस सीज़न में अब तक कुल 809 रन बनाए हैं जिसमें सबसे ज़्यादा रन मिलर के ही हैं। इन पायदानों पर बनाए गए रनों के मामले में आईपीएल 2022 में गुजरात की टीम सिर्फ़ कोलकाता नाइट राइडर्स से ही पीछे रही है। गुजरात के बल्लेबाज़ों ने इन स्थानों पर बल्लेबाज़ी करते हुए 38.27 की औसत से रन बनाए हैं और इसमें राशिद ख़ान का भी अहम योगदान रहा है।
सातवें नंबर पर कम से कम चार पारियों में बल्लेबाज़ी करने वाले बल्लेबाज़ों में राशिद ने 227 के सर्वाधिक स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। वहीं इस पायदान पर बल्लेबाज़ी करते हुए रन बनाने के मामले में राशिद सिर्फ़ दिनेश कार्तिक, आंद्रे रसल, महेंद्र सिंह धोनी और अक्षर पटेल से ही पीछे हैं। ज़्यादातर समय आठवें पायदान पर बल्लेबाज़ी करने वाले राशिद इससे पहले सिर्फ़ एक बार ही सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए छठवें पायदान पर बल्लेबाज़ी करने आए थे।