मुंबई: दिल्ली कैपिटल्स को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ गुरूवार को वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले मुकाबले में पिछले मैच के नो बाल प्रकरण की छाया से बाहर निकलकर आगे बढ़ना होगा। दिल्ली सात मैचों में तीन जीत और छह अंकों के साथ 10 टीमों की तालिका में सातवें स्थान पर है जबकि कोलकाता आठ मैचों में तीन जीत और छह अंकों के साथ दिल्ली से एक स्थान नीचे आठवें नंबर पर है।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
हेड टू हेड रिकॉर्ड को देखें तो कल कोलकाता की टूर्नामेंट वापसी की पूरी पूरी संभावना है। अब तक खेले गए 30 मुकाबलों में कोलकाता ने 16 तो दिल्ली ने 13 मैचों में बाजी मारी है और 1 मैच बेनतीजा हुआ है।
सलामी जोड़ी है दिल्ली की सबसे बड़ी ताकत
जबसे डेविड वॉर्नर टीम में आए है तबसे दिल्ली एक अलग टीम लग रही है। पृथ्वी शॉ के साथ उनकी जोड़ी बहुत खूब जम रही है। दोनों लगभग टीम को एक अच्छी शुरुआत देने में भी सफल हो रहे है जिसके कारण टीम का आधा काम पूरा हो जाता है।
दिल्ली के ऑलराउंडर्स नहीं दिखा पा रहे विश्वास
दिल्ली के ऑलराउंडर्स उतना विश्वास नहीं दिखा पा रहे जो दिखाना चाहिए। पिछले मैच में भले ही रोवमैन पॉवेल ने 3 लगातार छक्के जड़कर मैच दिल्ली की झोली में लगभग ला दिया था, और अक्षर भी अब कुछ बेहतर लगे हैं, लेकिन लय की समस्या जारी है।
श्रेयस की कप्तानी है कोलकाता की ताकत
श्रेयस अय्यर की कप्तानी कोलकाता की ताकत बनकर उभरी है। भले ही मैच का नतीजा जैसा भी हो वह अपनी टीम को जीत के लिए हर संभव प्रयास करते हुए दिखते हैँ। शुरुआत में बुरे फॉर्म से जूझ रहे श्रेयस राजस्थान के खिलाफ फॉर्म में आ गए थे।
कोलकाता बन चुकी है वन मैन आर्मी
कोलाकाता की टीम ईकाई की तरह प्रदर्शन नहीं कर पा रही जैसा शुरुआती कुछ मैचों में दिखा था। जीत अब बस कुछ खिलाड़ियों के भरोसे दिखती है। बाद में बल्लेबाजी हो तो रसेल पहले बल्लेबाजी हो तो उमेश। इन दो खिलाड़ियों पर टीम ने अतिरिक्त दबाव में ला दिया है।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
ऋषभ पंत को अभी इस सीज़न अर्धशतक लगाना बाक़ी है, लेकिन उन्होंने पिछली पांच पारियों में 25 रन का स्कोर कम से कम बनाया है। पंत को वानखेड़े स्टेडियम में बल्लेबाज़ी पसंद है, जहां उन्होंने आईपीएल आठ पारियों में 47.33 के औसत और 182.05 के स्ट्राइक रेट से 284 रन बनाए हैं।
दिल्ली के ओपनर डेविड वॉर्नर आईपीएल इतिहास में कोलकाता नाइट राइडर्स के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 25 मैचों में 44.36 के औसत और 145.02 के स्ट्राइक रेट से 976 रन बनाए हैं। उन्होंने इस साल दिल्ली के लिए अच्छा किया है जहां उन्होंने 171.42 के स्ट्राइक रेट से 132 रन बनाए हैं और पावरप्ले में बस एक बार आउट हुए हैं।
दिल्ली के रोवमन पॉवेल ने पिछले मैच में ही राजस्थान के ख़िलाफ़ 15 गेंद में 36 रन बनाए थे। सीज़न की खराब शुरुआत के बाद उन्हें इस पारी से आत्मविश्वास मिला होगा। इस साल उन्होंने वेस्टइंडीज़ के लिए छह टी20 खेले हैं और उनमें 187.59 के स्ट्राइक रेट से 242 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक शामिल है।
कोलकाता के कप्तान श्रेयस अय्यर ने ही टीम के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाए हैं। उन्होंने आठ पारियों में 142.52 के स्ट्राइक रेट से 248 रन बनाए हैं। इस टीम के ख़िलाफ़ पिछले मैच में उन्होंने 33 गेंद में 55 रन बनाए थे।
कोलकाता के आंद्रे रसेल इस सीज़न 200 से ज़्यादा रन बनाने वाले और 10 से ज़्यादा विकेट लेने वाले अकेले खिलाड़ी हैं। वह अपनी पुरानी फ़ॉर्म में लौट आए हैं जहां पर वह हर 5.7 गेंद पर छक्का लगा रहे हैं। 2018 से दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ उन्होंने सात पारियों में 45.67 के औसत और 186.39 के स्ट्राइक रेट से 274 रन बनाए हैं, जबकि सात ही विकेट लिए हैं।
कोलकाता के लिए इस सीज़न तेज गेंदबाज टिम साउदी ने अच्छा किया है। उन्होंने केवल तीन मैच में आठ विकेट लिए हैं। उन्होंने 2020 से टी20 क्रिकेट में 39 मैचों में 19 के औसत से 39 विकेट लिए हैं।
टीम इस प्रकार हैं :
कोलकाता नाइट राइडर्स: आरोन फिंच, अभिजीत तोमर, अजिंक्य रहाणे, बाबा इंद्रजीत, नीतीश राणा, प्रथम सिंह, रिंकू सिंह, श्रेयस अय्यर, अशोक शर्मा, पैट कमिंस, रसिख डार, शिवम मावी, टिम साउदी, उमेश यादव, वरुण चक्रवर्ती, अमन खान, आंद्रे रसेल, अनुकुल रॉय, चमिका करुणारत्ने, मोहम्मद नबी, रमेश कुमार, सुनील नरेन, वेंकटेश अय्यर, सैम बिलिंग्स, शेल्डन जैक्सन।
दिल्ली कैपिटल्स: ऋषभ पंत (कप्तान), अश्विन हेब्बर, डेविड वार्नर, मनदीप सिंह, पृथ्वी सॉव, रोवमैन पॉवेल, एनरिक नोर्किया, चेतन सकारिया, खलील अहमद, कुलदीप यादव, लुंगी एनगिडी, मुस्ताफिजुर रहमान, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, कमलेश नागरकोटी, ललित यादव, मिशेल मार्श, प्रवीण दुबे, रिपल पटेल, सरफराज खान, विक्की ओस्तवाल, यश धुल, केएस भरत और टिम सीफर्ट।
मैच भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे शुरू होगा।