आखिरी ओवर में महेंद्र सिंह धोनी कई बार चेन्नई के लिए मैच खत्म कर देते हैं। पंजाब किंग्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुए रोमांचक मैच में अंतिम 2 ओवरों पर क्रीज में आए महेंद्र सिंह धोनी के पीछे चेन्नई के फैंस की उम्मीदें थी।
आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत लिए 27 रन चाहिये थे और धोनी से पहली गेंद पर छक्का लगाकर मैच को रोमांचक बनाया लेकिन तीसरी गेंद में उनके आउट होते ही चेन्नई की उम्मीदें टूट गयी।
ऐसा नहीं था कि ऋषि धवन की यह गेंद कुछ खास थी। बल्कि बेहद खराब ही थी क्योंकि गेंद पैर की ओर लेग साइड में जा रही थी। इस गेंद को लेकर शायद धोनी भी थोड़े अति आत्मविश्वासी हो गए और जोर से बल्ला घुमा दिया।
इस कारण गेंद ने धोनी के बल्ले का किनारा लिया और डीम मिडविकेट पर खड़े जॉनी बेरेस्टॉ के हाथ में यह गेंद समा गई। माही मारना तो फाइन लेग पर चाहते थे लेकिन गेंद कहीं और चली गई। धोनी ने 8 गेंदों में धोनी ने 1 चौका और 1 छक्का लगाकर 12 रन बनाए।
शुरुआत से मुश्किल में थी चेन्नई
चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए गायकवाड़ ने शुरुआती ओवर में रबाडा के खिलाफ दो चौके जड़े लेकिन टीम में वापसी कर रहे संदीप ने दूसरे ओवर में रॉबिन उथप्पा (एक) को चलता किया।
पंजाब के गेंदबाजों ने इसके बाद शिकंजा कस दिया जिससे दूसरे से पांचवें ओवर तक सिर्फ 15 रन बनें। पावरप्ले के आखिरी ओवर में अर्शदीप सिंह ने मिशेल सेंटनर (नौ) को तो वहीं सातवें ओवर में ऋषि ने शिवम दुबे (आठ) को बोल्ड किया।
इसके बाद क्रीज पर आये अंबाती रायुडू ने ऋषि और फिर लियाम लिविंगस्टोन के खिलाफ छक्का जड़कर टीम को रन गति को बढ़ाया।
रायुडू और गायकवाड़ की खतरनाक होती साझेदारी को तोड़ने के लिए पंजाब के कप्तान मयंक अग्रवाल ने अनुभवी रबाडा को गेंद थमाई। गायकवाड़ ने ओवर की दूसरी गेंद पर चौका जड़ा लेकिन तीसरे गेंद फिर से बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में मयंक को कैच थमा बैठे।
रायुडू ने संदीप शर्मा के अगले ओवर में दो चौके जड़े जिससे टीम का स्कोर 14वें ओवर में 100 के पार पहुंचा। उन्होंने राहुल चाहर के द्वारा किये गये 15वें ओवर में चौका और फिर छक्का लगाकर 28 गेंद में सत्र का पहला और आईपीएल करियर का 22वां अर्धशतक पूरा किया।
चेन्नई को अब आखिरी पांच ओवर में 70 रन चाहिये थे और रायुडू ने संदीप शर्मा के खिलाफ हैट्रिक छक्का और फिर चौका लगाकर 16वें ओवर में 23 रन जोड़कर गेंद और रन के अंतर को कम किया।
अर्शदीप सिंह और 17वें ओवर में सिर्फ छह रन दिये और रबाडा ने अगले ओवर में रायुडू को बोल्ड कर मैच का रूख पंजाब की ओर कर दिया।
पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 187 रन बनाने के बाद चेन्नई की पारी को 176 रन पर रोककर सत्र की चौथी जीत दर्ज की।