अहमदाबाद:आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस पिछले महीने आईपीएल 2022 सीजन से बाहर हुए इंग्लैंड के अपने खिलाड़ी जेसन रॉय की जगह अफगानिस्तान के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रहमानुल्ला गुरबाज को साइन करने के लिए तैयार है।\
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह इंग्लैंड के आक्रामक सलामी बल्लेबाज रॉय के लिए बिल्कुल समान रिप्लेसमेंट नहीं है, लेकिन गुजरात टाइटंस टीम प्रबंधन ने मौजूदा रिद्धिमान साहा मुद्दे को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। साहा के टीम के पहली पसंद के विकेटकीपर होने की उम्मीद है, लेकिन प्रबंधन फिर भी एक बैक-अप विकल्प चाहता है ताकि अप्रत्याशित स्थिति में दुविधा न हो।
गुजरात टाइटंस के पास हालांकि एक और विकेटकीपर मैथ्यू वेड हैं, लेकिन जैसा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने पहले ही तय कर दिया है कि अनुबंधित ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी छह अप्रैल तक आईपीएल में नहीं खेलेंगे, जबकि आईपीएल 26 मार्च से शुरू हो रहा है और गुजरात टाइटंस 28 मार्च को अपने पहले मैच में अपनी ही तरह नई फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स से भिड़ेगा।
क्रिकबज के मुताबिक 20 वर्षीय अफगानिस्तानी खिलाड़ी गुरबाज के अनुबंध पत्र भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की मंजूरी के लिए भेजे गए हैं। गुरबाज ने अपने 14 महीने के करियर में 9 वनडे और 20 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में उनका आधार मूल्य 50 लाख रुपए था, लेकिन उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला था।
फिलहाल गुजरात टाइटंस टीम प्रबंधन की ओर से इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन अफगानिस्तान क्रिकेट के जानकार लोगों ने इस बात की पुष्टि की है।
गुरबाज हमवतन राशिद खान और नूर अहमद के साथ गुजरात की टीम में शामिल होंगे। वह लीग के इस सीजन में हिस्सा लेने वाले पांचवें अफगानिस्तानी बने हैं, जिसमें मोहम्मद नबी (कोलकाता नाइट राइडर्स) और फजलहक फारूकी (सनराइजर्स हैदराबाद) भी शामिल हैं।
गुरबाज पाकिस्तान सुपर लीग में मुल्तान सुल्तांस और इस्लामाबाद युनाइटेड के लिये, लंका प्रीमियर लीग में कैंडी टस्कर्स के लिये और बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खुलना टाइगर्स के लिये खेल चुके हैं।टी20 में 150 से अधिक का स्ट्राइक रेट रखने वाले गुरबाज बहु उपयोगी खिलाड़ी है। वह अब तक 69 टी20 मैचों में 113 छक्के लगा चुके है।
उल्लेखनीय है कि जेसन रॉय ने पिछले महीने पारिवारिक कारणों और बायो-बबल थकान का हवाला देते हुए आईपीएल 2022 से नाम वापस ले लिया था। गुजरात टाइटंस ने उन्हें मेगा नीलामी में उनके दो करोड़ रुपए के आधार मूल्य पर खरीदा था। यह मामला तब से फ्रेंचाइजियों के बीच बहस का विषय बन गया है।
सभी फ्रेंचाइजियों का यह कहना है कि नीलामी के लिए अपना नाम सूचीबद्ध करने के बाद विदेशी खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं या फिटनेस के मुद्दों के अलावा अन्य कारणों से बीसीसीआई द्वारा लीग से नाम वापस लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।(वार्ता)