राशिद खान को कप्तानी हार्दिक पांड्या के जांघो में जकड़ने आने के कारण मिली और आज अचानक मिली इस कप्तानी को राशिद खान ने आपदा में अवसर के तौर पर तब्दील कर दिया ना केवल गेंदबाजी उन्होंने बल्लेबाजी में भी योगदान दिया।
हार्दिक पंड्या की ग्रोइन की चोट के कारण टाइटंस की अगुआई कर रहे राशिद खान ने टॉस जीतकर सुपरकिंग्स को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया।
सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ (48 गेंद में 73 रन, पांच छक्के, पांच चौके) के अर्धशतक और अंबाती रायुडू (31 गेंद में 46 रन, चार चौके, दो छक्के) के साथ तीसरे विकेट की उनकी 92 रन की साझेदारी से सुपरकिंग्स ने पांच विकेट पर 169 रन बनाए। कप्तान रविंद्र जडेजा ने अंत में 12 गेंद में दो छक्कों से नाबाद 22 रन बनाए।
सुपरकिंग्स के 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टाइटंस ने 16 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे लेकिन डेविड मिलर ने 51 गेंद में आठ चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 94 रन की पारी खेलने के अलावा कप्तान राशिद खान (21 गेंद में 40 रन, दो चौके, तीन छक्के) के साथ छठे विकेट के लिए 70 रन की तूफानी साझेदारी की जिससे टीम ने एक गेंद शेष रहते सात विकेट पर 170 रन बनाकर जीत दर्ज की।
गुजरात की टीम छह मैच में पांचवीं जीत से 10 अंक के साथ शीर्ष पर पहुंच गई है। सुपरकिंग्स की टीम दो अंक के साथ नौवें स्थान पर है।
राशिद का ऑलराउंड प्रदर्शन
पुणे की पिच पर लेग स्पिनर राशिद खान ने अपने 4 ओवरों स्पैल में सिर्फ 7.29 की इकॉनोमी से 29 रन दिए। भले ही उनको विकेट नहीं मिले लेकिन बल्लेबाजों को बांधे रखा।
हालांकि असली कमाल उन्होंने आज गेंद से नहीं बल्ले से दिखाया। टाइटंस को अंतिम तीन ओवर में 48 रन की दरकार थी। राशिद ने जॉर्डन की लगातार गेंदों पर तीन छक्कों और एक चौके के साथ रन और गेंद के बीच के अंतर को कम किया। इस ओवर में 25 रन बने।
राशिद ने ब्रावो पर चौके से शुरुआत की लेकिन इसी ओवर में मोईन को कैच दे बैठे। राशिद ने 21 गेंदो में 40 रनों की धुआंधार पारी खेली।
डेविड मिलर ने खेली तूफानी पारी
इसके अलावा आज डेविड मिलर शबाब पर रहे। शुरुआती विकेट गिर जाने के बाद मिलर ने गुजरात की पारी को संभालने की कोशिश की। टाइटंस के रनों का अर्धशतक नौवें ओवर में पूरा हुआ। मोईन अली के इसी ओवर में मिलर ने चौका भी जड़ा।
मिलर ने इसके बाद मोईन पर पारी का पहला छक्का मारा और फिर जडेजा पर लगातार दो छक्के और एक चौका जड़कर सिर्फ 28 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। टाइटंस के रनों का शतक 15वें ओवर में पूरा हुआ। मिलर ने इस बीच जॉर्डन पर दो चौके और ब्रावो पर छक्का मारा। टीम को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 62 रन की जरूरत थी। मिलर ने महेश पर अपना पांचवां छक्का मारा।
आखिरी ओवर की नो बॉल रही टर्निंग प्वाइंट
अंतिम ओवर में जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी। जॉर्डन की पहली दो गेंद खाली रहने के बाद मिलर ने तीसरी गेंद पर छक्का जड़ा। अगली फुलटॉस गेंद पर मिलर ने चौधरी को कैच थमा दिया लेकिन कमर से ऊपर होने के कारण गेंद नोबॉल हो गई। मिलर ने फ्रीहिट पर चौका जड़ा और फिर पांचवीं गेंद पर दो रन के साथ टीम को जीत दिला दी। डेविड मिलर ने 51 गेंद में आठ चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 94 रन बनाए और उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरुस्कार मिला।
चेन्नई के लिए फिर फ्लॉप हुए यह खिलाड़ी
क्रिस जॉर्डन लगातार चेन्नई के लिए फ्लॉप हो रहे हैं। गेंदबाजी में वह आज भी महंगे साबित हुए। उन्होंने 15.13 की इकॉनोमी के साथ 3.5 ओवर में 58 रन लुटा दिए।
पहले मैच में शानदार आगाज करने वाले मोइन अली भी अब ठंडे पड़ गए हैं। मोइन अली सिर्फ 1 रन पर बोल्ड हो गए और गेंदबाजी में भी उन्होंने 2 ओवरों में 8.5 की इकॉनोमी से 17 रन दिए।
डेथ ओवरों में उम्मीद के मुताबिक गेंदबाजी नहीं कर पाए: जडेजा
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान रविंद्र जडेजा ने इंडियन प्रीमियर लीग में रविवार को यहां गुजरात टाइटंस के खिलाफ तीन विकेट की हार के बाद स्वीकार किया कि उनकी टीम डेथ ओवरों में उम्मीद के मुताबिक गेंदबाजी नहीं कर पाई जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
जडेजा ने कहा, हमने अच्छी शुरुआत की थी। गेंदबाजी इकाई के रूप में पहले छह ओवर काफी अच्छे थे लेकिन मिलर को श्रेय जाता है। उसने अच्छे क्रिकेट शॉट खेले। जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो गेंद रुककर आ रही थी जिससे हमने सोचा कि 169 रन पर्याप्त होंगे।
उन्होंने कहा, लेकिन अंतिम पांच ओवर में हम अपनी योजनाओं को अमलीजामा नहीं पहना पाए। जॉर्डन अनुभवी गेंदबाज है इसलिए हमने 20वें ओवर में उसके साथ जाने का फैसला किया। वह चार या पांच यॉर्कर फेंक सकता है लेकिन दुर्भाग्य से आज ऐसा नहीं हुआ।