पुणे:मुंबई इंडियंस के खराब प्रदर्शन के बाद किसी एक खिलाड़ी को दोषी ठहराने के बजाय कप्तान रोहित शर्मा ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में लगातार तीसरी शिकस्त के बाद टीम के साथी खिलाड़ियों से कहा कि वे आगामी मैचों में लक्ष्य तक पहुंचने के लिये जीत की बेताबी और भूख दिखायें।
पांच बार की चैम्पियन मुंबई इंडियंस की सत्र की शुरूआत काफी खराब रही, उसने पहले तीन मैच दिल्ली कैपिटल्स, राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स से गंवा दिये।
रोहित ने केकेआर के खिलाफ मैच के बाद ड्रेसिंग रूम में स्पीच में कहा, हम यहां किसी एक खिलाड़ी को दोषी नहीं ठहरा सकते। इसमें हम सभी शामिल हैं। हम सभी एक साथ जीतते हैं और एक साथ ही हारते हैं। मुझे यह इतना ही सरल लगता है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि प्रत्येक को जीत की थोड़ी बेताबी दिखाने की जरूरत है। जब हम खेलते हैं, विशेषकर इस टूर्नामेंट में तो यह जीत की बेताबी बहुत बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। क्योंकि प्रतिद्वंद्वी टीम अलग अलग होती है, तो वे हर समय अलग अलग योजना के साथ आती हैं। हमें हमेशा उनसे आगे होने की जरूरत होती है। हमें हमेशा उन पर हावी रहने की जरूरत होती है।
रोहित ने कहा, और हम सिर्फ एक ही तरह से ऐसा कर सकते हैं और वो है थोड़ी सी भूख और मैदान पर थोड़ी सी बेताबी - बल्ले से और गेंद से।
रोहित ने साथ ही कहा कि अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं है और टीम के साथ खिलाड़ियों से कहा कि वे महत्वपूर्ण क्षणों में एक इकाई के तौर पर खेलें क्योंकि अंत में इनसे ही अंतर पैदा होता है।
उन्होंने कहा, हम कुछ अच्छी चीजें कर रहे हैं। हमने जो भी तीनों मैच खेले हैं, उसमें सचमुच कुछ अच्छी चीजें की हैं। यह सिर्फ इतना ही है कि जब मैच हो रहा है तो उन कुछ क्षणों में एक खिलाड़ी को चीजों को समझना होगा।
उन्होंने कहा, मैच के दौरान सोचना होगा कि यही ओवर है। हम इस ओवर में क्या करें, यही छोटी छोटी चीजें। हम इनकी कोशिश करनी होगी और चीजें टीम की ओर करनी होंगी। लय अपनी टीम की ओर करनी होगी।
रोहित ने कहा, हमें घबराने की जरूरत नहीं है। हम इस कमरे में प्रतिभा, काबिलियत और सभी चीजों के बारे में बात करते हैं लेकिन जब तक हम मैदान पर वो जीत की भूख और जज्बा नहीं दिखाते, प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ जीत दर्ज नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, अभी शुरूआत है तो हताश होने की जरूरत नहीं है। बस हमें सभी 11 खिलाड़ियों को एक साथ मैदान में अच्छा करने की जरूरत है। बस। (भाषा)