चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियन्स को अपने घरेलू मैदान चेपॉक पर आसानी से 6 विकेटों से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियन्स ने 8 विकेट खोकर 139 रन बनाए थे। इसके जवाब में चेन्नई ने यह टारगेट महज 18वें ओवर में पूरा कर लिया।
चेपॉक की पिच पर बल्लेबाजी करने में जितनी तकलीफ मुंबई इंडियन्स को हुई थी। चेन्नई के सलामी बल्लेबाजों ने तूफानी शुरुआत दी जिससे यह लक्ष्य खासा आसान हो गया। पहला विकेट 46 रनों पर खोने के बाद चेन्नई इस लक्ष्य तक जल्दी से जल्दी पहुंचना चाहती थी ताकि आगे रन रेट बाधा ना बने फिर भी बीच बीच में विकटों के पतझड़ के कारण वह सिर्फ 2 ओवर पहले इस मैच को जीत पाई।
चेपक की धीमी पिच पर नेहाल वढेरा (51 गेंद, 64 रन) के अलावा मुंबई का कोई बल्लेबाज टिककर बल्लेबाजी नहीं कर सका। इस युवा बल्लेबाज ने सूर्यकुमार यादव और ट्रिस्टन स्टब्स के साथ दो अर्द्धशतकीय साझेदारियां करके टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
यह स्कोर हालांकि चेन्नई को हराने के लिये काफी नहीं था। कॉनवे ने 42 गेंद पर चार चौकों के साथ 44 रन की जिम्मेदारी भरी पारी खेलकर मेजबान टीम को जीत तक पहुंचा दिया।चेन्नई 11 मैचों में छह जीत और चार हार के साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान पर आ गयी है, जबकि मुंबई 10 मैचों में पांच जीत और पांच हार के साथ छठे स्थान पर है।
मुंबई ने टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए कैमरन ग्रीन, ईशान किशन और रोहित शर्मा के विकेट जल्दी गंवा दिये। मेहमान टीम के तीन विकेट 14 रन पर गिरने के बाद वढेरा और सूर्यकुमार यादव ने पारी को संभाला। वढेरा ने शुरुआती ओवरों में सूझबूझ के साथ बल्लेबाजी की, हालांकि सूर्यकुमार यादव ने छठे ओवर में तुषार देशपांडे के विरुद्ध 10 रन बटोरे। वढेरा ने सातवें ओवर में मोईन अली को एक चौका जड़ा, जबकि अगले ओवर में रवींद्र जडेजा को चौका लगाया।
दोनों बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिये 55 रन की साझेदारी हुई। इससे पहले कि मुंबई मैच पर पकड़ बनाती, जडेजा ने सूर्यकुमार (22 गेंद, तीन चौके, 26 रन) को पवेलियन भेज दिया। सूर्यकुमार का विकेट गिरने के बाद आक्रामकता दिखाने की जिम्मेदारी वढेरा ने ली। उन्होंने 16वें ओवर में महीष तीक्षणा को एक छक्का और एक चौका लगाया, जबकि 17वें ओवर में 46 गेंद पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वढेरा ने ट्रिस्टन स्टब्स के साथ पांचवें विकेट के लिये 54 रन की साझेदारी की, हालांकि स्टब्स अपेक्षाओं के अनुरूप विस्फोटक बल्लेबाजी नहीं कर सके।
पारी के 18वें ओवर में वढेरा का विकेट गिरने के बाद मुंबई की रनगति थम गयी। टिम डेविड (02) और अरशद खान (01) दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके जबकि स्टब्स भी 21 गेंद पर 20 रन बनाकर पवेलियन लौट गये। मथीशा पथिराना ने आखिरी ओवर में दो विकेट चटकाते हुए मात्र पांच रन देकर मुंबई को 139/8 के स्कोर पर रोक दिया।
पथिराना ने चार ओवर में मात्र 15 रन देकर तीन विकेट लिये, जबकि दीपक चाहर ने तीन ओवर में 18 रन देकर दो सफलताएं हासिल कीं। देशपांडे ने चार ओवर में 26 रन देकर दो विकेट चटकाये जबकि जडेजा को एक विकेट हासिल हुआ।
चेन्नई ने इस छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए आक्रामक शुरुआत की और रुतुराज गायकवाड़ ने पहले ही ओवर में कैमरन ग्रीन को दो चौके जड़ डाले। इसके बाद उन्होंने तीसरे ओवर में अरशद खान को निशाना बनाते हुए दो चौके और दो छक्के लगाकर 20 रन बटोरे।
चेन्नई के चार ओवर में 46 रन तक पहुंचने के बाद मुंबई को विकेट की सख्त जरूरत थी। कप्तान रोहित ने गेंद पीयूष चावला को थमाई और उन्हें पांचवें ओवर की पहली ही गेंद पर गायकवाड़ (16 गेंद, चार चौके, दो छक्के, 30 रन) को पवेलियन लौटाया। इससे चेन्नई की पारी कुछ हद तक धीमी पड़ी और टीम ने पावरप्ले में 55 रन बनाये।
इसके बाद अजिंक्य रहाणे ने कुछ अच्छे शॉट खेलते हुए कॉनवे के साथ 35 रन की साझेदारी की। चावला का शिकार होने से पहले रहाणे 17 गेंद पर 21 रन ही बना सके, हालांकि कॉनवे के साथ उनकी साझेदारी ने मुंबई को मैच से लगभग बाहर कर दिया।
अंबाती रायडू 11 गेंद पर 12 रन बनाकर आउट हुए, जबकि अपने अर्द्धशतक की ओर बढ़ रहे कॉनवे भी 17वें ओवर में 42 गेंद पर 44 रन बनाकर पवेलियन लौट गये।
चेन्नई को जब 21 गेंद पर 10 रन की जरूरत थी तब क्रीज पर महेंद्र सिंह धोनी का आगमन हुआ और चेपौक 'धोनी-धोनी' की आवाज़ से गूंज उठा। उन्होंने 18वें ओवर की चौथी गेंद पर एक रन लेकर जीत की औपचारिकताएं पूरी कीं।चावला दो विकेट लेकर मुंबई के सबसे सफल गेंदबाज रहे। आकाश मधवाल और स्टब्स ने एक-एक विकेट चटकाया।