पिछले साल के विजेता, Gujrat Titans (GT) के खिलाफ Qualifier 1 मुकाबला जीतकर 23 मई को Chennai Super Kings (CSK) ने IPL2023 के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। एक अच्छी गेंदबाजी का प्रदर्शन देकर चेन्नई, गुजरात को 15 रनों से हारने में सफल रही। अब CSK IPL का अपना 10वा फाइनल 28 मई को खेलेगी। उस मैच में गुजरात टाइटंस ने मैच जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था, जवाब में चेन्नई ने उनके सामने 173 रनों का लक्ष्य रखा।
दूसरी पारी में चेन्नई के गेंदबाजों ने गुजरात के बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी के जाल में बांधे रख ज़्यादा रन बनाने का मौका नहीं दिया और गुजरात इस लक्ष्य का पीछा करने में असफल रही लेकिन इस मैच में जो सबसे ज़्यादा चर्चा में है वह है CSK के कप्तान Mahendra Singh Dhoni जिनके 28 मई को फाइनल खेलने पर बैन लग सकता है।
इस लिए लग सकता है Mahendra Singh Dhoni पर बैन (Ban)
दरअसल यह बात है 16वे ओवर की जब गुजरात, चेन्नई के दिए लक्ष्य का पीछा कर रही थी। चेन्नई के गेंदबाजों के सामने थे Vijay Shankar और Rashid Khan। धोनी ने अपने खतरनाक गेंदबाज Matheesha Pathirana को ओवर करने के लिए कहा लेकिन मैदानी अम्पायरों ने उन्हें Matheesha से गेंदबाजी कराने से मना किया क्योंकि Matheesha मैदान से 9 मिनट तक बाहर थे और नियमों के अनुसार को कोई भी खिलाड़ी जो आठ मिनट से अधिक समय के लिए मैदान छोड़ता है, लौटने के बाद उतने ही समय के लिए मैदान पर होना चाहिए, जिसके बाद उसे गेंदबाजी करने की अनुमति दी जाती है लेकिन धोनी अपने तीन ओवर मथीशा से ही कराना चाहते थे वे किसी और गेंदबाज को गेंद थमा कर मैच हार जाने का जोखिम नहीं उठा सकते थे इसलिए उन्होंने अपना दिमाग दौड़ाया और अम्पायरों से बातचीत कर जानबूझ कर उतना वक़्त बिता दिया जिसके बाद मथीशा पथिराना को गेंदबाजी करने की अनुमति मिल सके। इस बातचीत के दौरान उन्होंने 4 मिनट खर्च किये।
उस वक़्त उन्हें यह भी कहा गया कि अगर आखरी एक-दो ओवरों में रिक्वायर्ड रन रेट से पीछे रहे तो धीमी ओवर-रेट के लिए पेनल्टी का सामना करना पड़ सकता है और यदि आखिरी ओवर निर्धारित समय में शुरू नहीं होता है तो सर्कल के बाहर केवल चार खिलाडियों को खेलने की अनुमति दी जा सकती है। धोनी को आखरी ओवरों में सर्कल के बाहर पांच की जगह 4 खिलाडी मंजूर थे लेकिन वे अपने तीन ओवर करवाना महीषा पथिराना से ही चाहते थे। इस घटना के बाद कुछ लोगों ने कहा कि धोनी ने गेम अपने दिमाग से चतुराई से खेला है और कुछ ने कहा कि यह उचित नहीं था और स्पोर्ट्समैनशिप के खिलाफ था।
हालांकि अभी यह आधिकारिक नहीं है कि उस मैच के अंपायरों ने इस घटना की सूचना मैच रेफरी और अधिकारियों को दी है या नहीं लेकिन पहले से ही एक बार धीमी गति (Slow rate) के कारण Code Of Conduct का शिकार हुए धोनी 28 मई को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाले IPL 2023 Final में हो सकता है नहीं खेल पाएंगे।