चेपॉक के स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स तूफानी शुरुआत के बाद अंतिम पड़ाव पर धीमी होती दिखाई दी थी। चेन्नई के फैंस यह सोच रहे थे कि शायद 200 का आंकड़ा आज नहीं आ पाए। लेकिन रविंद्र जड़ेजा के आउट होने पर मैदान पर उतरे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 2 छक्कों ने यह काम कर दिया।करन ने पारी के आखिरी ओवर में धीमी गेंदों का अच्छा प्रयोग किया लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने चेपौक में आये प्रशंसकों का दिल जीतते हुए अंतिम दो गेंदों पर दो छक्के जड़े जिससे चेन्नई 200 के स्कोर तक पहुंच गयी।
कॉनवे अपने पहले आईपीएल शतक से चूक गये, हालांकि उन्होंने 52 गेंद पर 16 चौकों और एक छक्के के साथ नाबाद 92 रन बनाकर अपनी टीम को दोहरे शतक तक पहुंचा दिया।चेन्नई ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए कॉनवे और रुतुराज गायकवाड़ की मदद से अच्छी शुरुआत की। कॉनवे-गायकवाड़ ने पावरप्ले में 57 रन जोड़े, हालांकि इसके बाद गायकवाड़ को पारी की रफ्तार बरकरार रखने में परेशानी का सामना करना पड़ा। कॉनवे और गायकवाड़ ने पहले विकेट के लिये 86 रन की साझेदारी की, जबकि गायकवाड़ 31 गेंद पर चार चौके और एक छक्का लगाने के बावजूद 37 रन ही बना सके।
दूसरे छोर पर कॉनवे ने चौका जड़कर 30 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। पहले विकेट के पतन के बाद उन्हें शिवम दूबे का साथ मिला और दोनों ने दूसरे विकेट के लिये 44 रन जोड़े। दूबे ने इस साझेदारी में 17 गेंदें खेलीं और एक चौके एवं दो छक्कों की मदद से 28 रन का योगदान दिया। चौदहवें ओवर में दूबे का विकेट गिरने के बाद मोईन अली (छह गेंद, 10 रन) भी ज्यादा देर विकेट पर नहीं रह सके, हालांकि कॉनवे की आक्रामक बल्लेबाजी जारी रही।उन्होंने 15वें ओवर में लायम लिविंगस्टन को दो चौके लगाते हुए 15 रन बटोरे, जबकि 16वें ओवर में सैम करन के खिलाफ 12 रन जुटाए।
पारी के 17वें ओवर में मोईन का विकेट गिरने के बावजूद चेन्नई 11 रन बनाने में सफल रही।पंजाब ने चेन्नई को बड़े स्कोर की ओर बढ़ता देख गेंदबाजी की योजनाओं में बदलाव किया। अर्शदीप सिंह और कागिसो रबाडा ने क्रमश: 18वें और 19वें ओवर में धीमी गेंदों का प्रयोग करते हुए सिर्फ 16 रन ही दिये। करन ने चार ओवर में 46 रन के बदले एक विकेट लेकर अपना स्पेल समाप्त किया।इसके अलावा राहुल चाहर, सिकंदर रज़ा और अर्शदीप सिंह ने भी एक-एक सफलता हासिल की।