CSKvsPBKSपाक मूल के ऑलराउंडर सिकंदर रजा पिछले साल भारत के खिलाफ शतक लगाकर लगभग एक जीत जिम्बाब्वे टीम को दिलाने से चूक गए थे। लेकिन आईपीएल 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ चेपॉक में उनसे कोई भूल नहीं हुई और अंतिम क्षणों में आकर भी उन्होंने अपनी टीम को जीत दिला दी।
एक रोमांचक मुकाबले में पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 4 विकेटों से हरा दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स ने 4 विकेट खोकर 200 रन तो बनाए लेकिन यह रन अंत में कम पड़ गए। कुल 6 विकेट खोकर अंतिम ओवर में यह रन पंजाब किंग्स ने बना लिए।
200 रनों का पीछा करते हुए शुरुआत से पंजाब किंग्स ने फुर्ती दिखाई और पहले विकेट के लिए 4.2 ओवर में शिखर धवन और सिमरनजीत की ओर से सलामी साझेदारी हुई। इसके बाद विकेटों के पतन के बीच भी टीम के बल्लेबाजों ने रन रेट का दबाव नहीं आने दिया। अंत में जयेश शर्मा और सिकंदर रजा ने यह मैच पंजाब को जितवा दिया। यह लगातार दूसरी बार है जब पंजाब ने 200 से ज्यादा का स्कोर बनाया हो।
पंजाब की नौ मैचों में यह पांचवीं जीत है जबकि चेन्नई के लिए इतने ही मैचों में यह चौथी हार है।प्रभसिमरन और लिविंगस्टोन के अलावा सैम कुरेन (20 गेंद में 29 रन), कप्तान शिखर धवन (15 गेंद में 28) और जितेश शर्मा (10 गेंद में 21) ने भी तेज तर्रार उपयोगी पारियां खेली।चेन्नई के लिए तुषार देशपांडे ने तीन विकेट लिये लेकिन उन्होंने चार ओवर में 49 रन लुटा दिये। रविन्द्र जडेजा ने दो जबकि मथीश पथिराना ने एक विकेट चटकाया।
चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए शानदार लय में चल रहे सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे की 92 रन की आक्रामक खेली। कॉनवे ने अपनी 52 गेंद की पारी में 16 चौके और एक छक्का लगाने के अलावा पहले विकेट के लिए रुतुराज गायकवाड़ (31 गेंद में 37 रन) के साथ 86 और दूसरे विकेट के लिए शिवम दुबे (17 गेंद में 28 रन) के साथ 46 रन की साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी।
आखिरी ओवर की पहली गेंद पर जडेजा (9 गेंद में 12 रन) के आउट होने पर दर्शकों ने शोर मचाकर महेंद्र सिंह धोनी का मैदान में स्वागत किया और चेन्नई के इस चहेते सितारे ने आखिरी दो गेंदों पर लगातार छक्के लगाकर प्रशंसकों को खुश करने के साथ टीम के स्कोर को 200 रन तक पहुंचा दिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए धवन और प्रभसिमरन ने 26 गेंद में 50 रन की साझेदारी कर पंजाब को तेज शुरुआत दिलायी। देशपांडे ने पांचवें ओवर में चौका खाने के बाद धवन को कैच आउट कराया। पावरप्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 62 रन था।
प्रभसिमरन ने आठवें ओवर में मोईन अली के खिलाफ अपना दूसरा छक्का लगाया लेकिन अगले ओवर में रविंद्र जडेजा की फिरकी में फंस गये और महेंद्र सिंह धोनी ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। अथर्व तायडे (17 गेंद में 13 रन) 11वें ओवर में गेंद जडेजा के हाथ में ही मार बैठे।
चेन्नई के गेंदबाज लिविंगस्टोन और सैम कुरेन को 11वें से 15वें ओवर तक खामोश रखने में कामयाब रहे। लेकिन लिविंगस्टोन ने 16वें ओवर में देशपांडे के खिलाफ तीन छक्के लगा कर गेंद और जरूरी रन के अंतर को कम किया। वह हालांकि चौथी गेंद पर एक और बड़े शॉट की कोशिश में गायकवाड़ के हाथों लपके गये। अगले ओवर में जडेजा के खिलाफ जितेश शर्मा और कुरेन ने छक्के जड़ मैच का रुख पंजाब की ओर मोड़ दिया।
पथिराना ने 18वें ओवर में कुरेन को बोल्ड किया। अगले ओवर में स्थानापन्न खिलाड़ी शेख रशीद ने बाउंड्री के पास जितेश का शानदार कैच लपका।आखिरी ओवर में टीम को जीत के लिए नौ रन की जरूरत थी और पथिराना ने शानदार गेंदबाजी कर शुरुआती तीन गेंद में सिर्फ दो रन दिये। सिकंदर रजा (सात गेंद में नाबाद 13) ने हालांकि इसके बाद लगातार गेंदों पर दो, दो और तीन रन दौड़े कर टीम को जीत दिला दी।
इससे पहले गायकवाड़ और कॉनवे ने अर्शदीप सिंह (37 रन पर एक विकेट) और कागिसो रबाडा के खिलाफ शुरुआती तीन ओवरों में छह चौके जड़ चेन्नई सुपरकिंग्स को शानदार शुरुआत दिलायी। गायकवाड़ ने पांचवें ओवर में राहुल चाहर (35 रन पर एक विकेट) के खिलाफ पारी का पहला छक्का जड़ा।
कॉनवे ने छठे ओवर में सैम कुरेन (46 रन पर एक विकेट) के खिलाफ लगातार दो चौके जड़े जिससे पावरप्ले में टीम ने बिना किसी नुकसान के 57 रन बना लिये।कॉनवे ने नौवें ओवर में चाहर के खिलाफ छक्का लगाया और अगले ओवर में सिकंदर रजा (31 रन पर एक विकेट) के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौके जड़े। रजा ने हालांकि इसी ओवर में स्टंप कराकर गायकवाड़ की पारी को खत्म की।
क्रीज पर आये दुबे ने 12वें ओवर में रजा का स्वागत छक्के से किया तो वहीं कॉनवे ने चौके के साथ 30 गेंद में सत्र का अपना पांचवां अर्धशतक लगाया।दुबे ने अगले ओवर में रबाडा की गेंद को दर्शकों के पास भेज कर तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजने के फैसले को सही साबित किया। वह हालांकि 14वें ओवर में अर्शदीप की गेंद पर शाहरुख खान को कैच देकर पवेलियन लौटे।
मोईन अली ने लिविंगस्टोन और सैम कुरेन के खिलाफ चौके लगाये लेकिन 17वें ओवर में चाहर की गेंद पर स्टंप हो गये। कॉनवे ने इस ओवर की आखिरी दो गेंदों पर चौका जड़ टीम की रन गति को बनाये रखा।अर्शदीप और रबाडा ने 18वें और 19वें ओवर में कसी हुई गेंदबाजी कर आठ-आठ रन दिये।आखिरी ओवर में धोनी के छक्के ने टीम को 200 रन तक पहुंचाया।