अहमदाबाद: राजस्थान रॉयल्स के ट्रैंट बोल्ट पहले ओवर में विकेट निकालने के लिए जाने जाते हैं। वैसे तो इस आईपीएल में वह 2 बार डबल विकेट मेडन डाल चुके हैं। कल उन्होंने पहले ओवर में जो विकेट निकाला उससे उनकी सूझबूझ का पता चलता है।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी गुजरात टाइटंस के सलामी बल्लेबाज ऋद्धीमान साहा ने ट्रैंट बोल्ट की गेंद को हवा में खेल दिया और गेंद बीच पिच पर खड़ी हो गई। कैच लेने के लिए संजू सैमसन सहित 3 खिलाड़ी भिड़ गए। ऐसे में गेंद जब नीचे आई तो संजू सैमसन के हाथ से गेंद छिटक गई। लेकिन गेंदबाज ट्रैंट बोल्ट की नजरें गेंद पर टिकी हुई थी। जैसे ही सैमसन के दस्ताने से गेंद छिटकी तो ट्रैंट बोल्ट ने इसे लपक लिया। इस वाक्ये का वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हुआ।
तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने कहा कि अलग-अलग समय पर विभिन्न खिलाड़ियों का टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करना राजस्थान रॉयल्स की बल्लेबाजी इकाई का सकारात्मक पहलू रहा है।राजस्थान रॉयल्स ने रविवार को गुजरात टाइटंस के खिलाफ जीत के लिए 178 रन के लक्ष्य को सात विकेट गंवा कर हासिल कर लिया। टीम शुरुआती तीन ओवरों के बाद चार रन पर दो विकेट गंवाकर मुश्किल परिस्थिति में थी लेकिन कप्तान संजू सैमसन (60) और शिमरोन हेटमेयर (नाबाद 56) की प्रभावशाली बल्लेबाजी से उसने चार गेंद शेष रहते जीत दर्ज कर ली।
बोल्ट ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारी टीम में कुछ बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं और मुझे लगता है कि असली सकारात्मक यह है कि अलग-अलग समय पर विभिन्न खिलाड़ियों ने टीम के लिए दमदार प्रदर्शन किया। न्यूजीलैंड के 33 साल के इस तेज गेंदबाज ने कहा, जोस (बटलर) जाहिर तौर पर हमारे लिए एक बड़ा खिलाड़ी है और मुझे यकीन है कि इस मैच में रन नहीं बनाने का उसे मलाल होगा। लेकिन बल्लेबाजी इकाई में अन्य खिलाड़ियों के द्वारा योगदान देने की भूख अद्भुत है।
बोल्ट ने कहा, कप्तान (सैमसन) ने वहां बहुत दबाव झेला। उसने खेल को आगे बढ़ाने की कोशिश की और मैच में टीम की वापसी करायी। उसे दूसरे खिलाड़ियों का अच्छा समर्थन मिला।उन्होंने टाइटंस के बल्लेबाजों पर लगातार दबाव बनाने के लिए रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्र चहल और एडम जम्पा की स्पिन तिकड़ी के साथ तेज गेंदबाज संदीप शर्मा की भी सराहना की।अपने चार ओवर में 46 रन लुटा कर एक विकेट लेने वाले बोल्ट ने कहा, स्पष्ट रूप से स्पिनरों के 12 ओवर ने मैच में हमारी वापसी करायी। हर ओवर मायने रखता है लेकिन सैंडी (संदीप शर्मा) ने आखिरी ओवर में बेहतरीन गेंदबाजी की। इस विकेट पर उन्हें 175 रन के आसपास रोकना शानदार रहा। संदीप ने हमें दिखाया लेंथ और अच्छी स्विंग के साथ कैसे गेंदबाजी करनी है।