दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मैच के दौरान और बाद में विराट कोहली और सौरव गांगुली के बीच तनातनी जगजाहिर हो गई थी। अब मीडिया सूत्रों से यह भी खबर सामने आ रही है कि विराट कोहली ने सौरव गांगुली को एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अनफोलो कर दिया है। हालांकि सौरव गांगुली ने अभी तक इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से विराट कोहली को अनफोलो नहीं किया है।
गौरतलब है कि विराट कोहली और सौरव गांगुली के बीच जो विवाद साल 2021 के अंत में मीडिया के सामने आया था, वह अब भी बरकरार है। तब से लेकर अब की बात की जाए तो विराट कोहली किसी भी प्रारूप में कप्तान नहीं है। वहीं सौरव गांगुली की बात की जाए तो अब वह बीसीसीआई के बॉस यानि कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष नही है।
हालांकि इसके बाद भी दोनों ही पुरानी दुश्मनी नहीं भूले हैं। खासकर विराट कोहली। इसकी एक झलक दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मैच के दौरान दिखी जब दिल्ली कैपिटल्स के 19वें ओवर में विराट कोहली ने अमन खान का कैच बाउंड्री लाइन पर लपका।
इस कैच को लेने के बाद विराट कोहली ने डगआउट में बैठे दिल्ली कैपिटल्स के निदेशक और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को घूरा। यही नहीं मैच खत्म होने के बाद जब सब एक दूसरे से हाथ मिला रहे थे तो सौरव गांगुली से विराट कोहली ने हाथ नहीं मिलाया। इन दोनों वाक्यों का वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हुआ है।
यह था विवाद
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 शुरू होने के पहले विराट ने बता दिया कि वे अब टी-20 की कप्तान नहीं करेंगे। जब वे आईपीएल में आरसीबी की कप्तानी छोड़ चुके थे तो किस मुंह से देश की टीम का नेतृत्व करते। यहीं पर गांगुली को विराट पर दबाव बनाने का भी मौका मिला गया। उन्होंने विराट से वनडे कप्तानी भी छीन ली। फॉर्मूला दे दिया कि सफेद गेंद का कप्तान अलग और लाल गेंद का कप्तान अलग होना चाहिए। ये बात सही थी, लेकिन विराट इससे बड़े आहत हुए थे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा कि उनसे वनडे में कप्तानी छिन ली गई जबकि गांगुली के सुर अलग थे। तभी इस बात के संकेत मिलने लगे थे कि विराट और गांगुली का तालमेल नहीं बन रहा है।
इसके अलावा सौरव गांगुली का एक बयान भी मीडिया की सुर्खियों में रहा। गांगुली ने कहा कि बीसीसीआई ने विराट कोहली से यह अनुरोध किया था कि वह टी-20 की कप्तानी ना छोड़े। लेकिन विराट ने जैसे ही टी-20 की कप्तानी छोड़ने का मन बनाया। वैसे ही बोर्ड को रोहित को वनडे टीम की कप्तानी सौंपने का निर्णय लेना पड़ा क्योंकि सफेद गेंद के अलग फॉर्मेट में अलग कप्तान नहीं होने चाहिए।
कोहली की कप्तानी 2017 में शुरू हुई थी जिसमें उन्होंने 95 में से 65 मैचों में देश को जीत दिलायी और उनका जीत का प्रतिशत 70.43 का रहा।टी20 विश्व कप के बाद उन्होंने टी20 कप्तानी छोड़ दी थी जिसमें टीम नाकआउट चरण में भी जगह नहीं बना सकी थी।