आईपीएल टीमों के धुरंधर कोच
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वेबदुनिया न्यूज) भारत में 18 अप्रैल से शुरू होने जा रही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के साथ ही 'क्रिकेट की नई जंग' का आगाज हो जाएगा। भारतीय क्रिकेट जगत में आईपीएल का यह टूर्नामेंट निश्चित रूप से नई क्रिकेट क्रांति का सूत्रपात करेगा। भारत ने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में ट्वेंटी-20 विश्वकप जीता था, लिहाजा देश के क्रिकेटप्रेमियों में भी ट्वेंटी-20 के लिए नए उत्साह ने जन्म ले लिया है। चूँकि इस टूर्नामेंट में की टीमों में दुनिया के नामी सितारे हैं, लिहाजा क्रिकेट का रोमांच अपने चरम पर होगा। खिलाड़ियों के साथ टीमों से जुड़े नामी कोचों की भी प्रतिष्ठा दाँव पर होगी। बेंगलुरू की टीम का नया नाम 'रॉयल चैलेंज' बेंगलुरू है। इस टीम के कोच वेंकटेश प्रसाद हैं।इसी तरह 'डेयर डेविल्स' दिल्ली टीम ने अपना कोच ग्रेग शिफर्ड को नियुक्त किया है। आईपीएल हैदराबाद टीम के कोच की जिम्मेदारी अनुभवी रॉबिनसिंह संभालेंगे। भारतीय टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल की प्रतिष्ठा आईपीएल जयपुर से जुड़ी है, जबकि ऑस्ट्रेलिया को तीन बार विश्व कप जितवा चुके जॉन बुकानन आईपीएल कोलकाता की कोचिंग संभाल रहे हैं। आईपीएल मोहाली ने अपना कोच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और लंका को कोच कर चुके टॉम मूडी को नियुक्त किया है। वैसे अभी आईपीएल मुंबई और 'चेन्नई सुपर किंग' ने कोच की नियुक्ति के बारे में अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वेंकटेश प्रसाद : 'रॉयल किंग' बेंगलुरू टीम के कोचपूरा नाम : बापू कृष्णराव वेंकटेश प्रसाद जन्म : 5 अगस्त, 1969, बेंगलुरू (कर्नाटक) में हुआ।
वेंकटेश प्रसाद भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी रह चुके हैं। भारतीय टीम की ओर से उन्होंने अपना पहला मैच 1996 में खेला था। गेंदबाज प्रसाद के कर्नाटक की टीम के ही जवागल श्रीनाथ के सामकालीन हैं। लंबे और गठीले, के कारण वह मध्यम तेज गेंदबाजी के लिए उम्दा गेंदबाज रहे। उनकी तेज गेंदबाजी करने की शैली बहुत ही प्रभावशाली थी। इसके अलावा ‘सीम गेंद’ फेंकने के कारण उन्होंने लंबे अरसे तक भारतीय टीम में अपनी जगह बनाए रखी। प्रसाद ने वन-डे के साथ ही टेस्ट मैच के लिए भारत के आइकॉन खिलाड़ियों में से एक रहे। खेल के मैदान पर वेंकटेश प्रसाद की विशिष्ट अदा थी। वह हमेशा अपनी टी-शर्ट का ऊपरी बटन खोले रहते थे और विकेट मिलने पर अंपायर की तरह अँगुली ऊपर करके झूमते थे। अपने टेस्ट करियर के दौरान प्रसाद ने 35 के औसत से कुल 33 मैचों में 95 विकेट लिए। वहीं वन-डे मैचों में भी उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा। 161 वनडे मैचों में उन्होंने 32.2 के औसत से 196 विकेट चटखाए। उनका सबसे बढ़िया प्रदर्शन 33 रन देकर 6 विकेट का रहा है, जो कि उन्होंने 1999 में चेन्नई में हुए पाकिस्तान के विरुद्ध टेस्ट मैच में हासिल किया। इसी मैच में उन्होंने पाँच विकेट बिना कोई रन दिए ही चटका दिए थे। इससे पहले दिसंबर, 1996 में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन से खेलते हुए एक ही टेस्ट मैच में दस विकेट उड़ाए थे। इसके साथ ही उन्होंने 1996 में इंग्लैंड, 2001 में श्रीलंका और 1997 में वेस्टइंडीज के एक ही टेस्ट मैच में पाँच विकेट उड़ाए हैं। वेंकटेश प्रसाद ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 2001 में श्रीलंका के खिलाफ खेला। ग्रेग शिफर्ड 'डेयर डेविल्स' दिल्ली टीम के कोचपूरा नाम : ग्रेग शिफर्ड जन्म : 13 नवंबर,1956 में पर्थ (ऑस्ट्रेलिया) में हुआ।
ग्रेग शिफर्ड ऑस्ट्रेलिया के प्रथम श्रेणी खिलाड़ी और कोच थे। सन 1977 से 1985 तक उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और वर्ष 1991 में तस्मानिया की ओर से खेलते हुए, उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कहा। इसके बाद वह तस्मानिया के कोच बन गए और पिछले साल से विक्टोरियन बुश रेंजर्स के कोच हैं।
दाएँ हाथ प्रारंभिक बल्लेबाज शिफर्ड ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से कोई मैच नहीं खेला है, हालाँकि उन्होंने 1985-86 और 1986-87 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली बागी टीम की ओर से खेला था। इस दौरान उन्होंने 28.35 के औसत से 397 रन बनाए थे। उन्होंने उच्चतम स्कोर 79 रन का रहा है।
शिफर्ड ने कुल 112 प्रथम श्रेणी के मैच खेले और 42.27 की औसत से 6806 रन बनाए। वह वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाड़ी थे, जिसने 1980 से 83 तक लगातार तीन बार शैफील्ड शील्ड पर कब्जा जमाया था।
उन्होंने अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी 1983 में तस्मानिया की ओर से खेलते हुए अविजित 200 रनों खेली थी। यह 200 रन उन्होंने 571 गेंदों पर बनाए थे। इसके साथ ही उन्होंने 481 मिनट में शतक बनाने का सबसे धीमा शतक का तमगा भी अपने नाम किया था। रॉबिनसिंह (आईपीएल हैदराबाद के कोच) पूरा नाम : रवींद्र रामनारायणसिंहजन्म : 14 सितंबर, 1963 को ट्रिनिडाड और टोबैगो के प्रिंस टाउन में हुआ।
रॉबिनसिंह भारत की एक दिवसीय टीम के जाने माने खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने अपना करियर की शुरुआत भारत की ओर से 11 मार्च 1989 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए किया। वैसे इसके बाद उन्हें सात साल तक भारतीय टीम की ओर से खेलने का मौका नहीं मिला। रॉबिन सिंह ऑलराउंडर खिलाड़ी रहे हैं। वे मध्यम क्रम के बल्लेबाज, मध्यम-तेज गेंदबाज रहे। इसके साथ ही उनकी उम्दा फील्डिंग के लिए भी उन्हें याद किया जाता है। वर्तमान में वह भारतीय टीम के फिल्डिंग कोच हैं। रॉबिनसिंह घरेलू मैच तमिलनाडु की ओर से खेला। अभी वह चेन्नई के अड्यार में रहते हैं। ग्रेग चैपल (आईपीएल जयपुर टीम के कोच)पूरा नाम : ग्रेग स्टीफन चैपल जन्म : 7 अगस्त 1948, उनली (दक्षिण ऑस्ट्रेलिया) में हुआ।
ग्रेग चैपल ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी रहे। साथ ही उन्होंने 1975 से 1977 तक टीम का नेतृत्व भी किया। इसके बाद उन्होंने ब्रेकअवे वर्ल्ड सिरीज संघ की ओर से भी मैच खेला। चैपल ने एक बार फिर 1979 में ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान के तौर पर अपनी वापसी की। वह 1983 ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के तक कप्तान रहे। ऑस्ट्रेलिया की टीम में उनके दो भाई भी खेल चुके है। वह अपने जमाने के शानदार ऑलराउंडर थे। चैपल मध्यम गति के गेंदबाज थे। क्रिकेट से संयास लेने तक उनके नाम सबसे ज्यादा कैच लेने का विश्व रिकॉर्ड है। सन 1984 में संयास लेने के पहले तक चैपल ने कई व्यवसाय किए, मीडिया की रुचि के कार्यक्रम बनाए और प्रोफेशनल क्रिकेट में भी रुचि दिखाई। ग्रेग राष्ट्रीय टीम और क्वींस टीम के चयनकर्त्ता रहे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और भारतीय टीम के कोच भी रहे। 2007 के विश्व कप में भारत के खराब प्रदर्शन और उनके व्यक्तिगत विवादों के बाद उन्होंने कोच पद से इस्तीफा दे दिया। जॉन बुकानन (आईपीएल कोलकाता के कोच) पूरा नाम : जॉन मार्शन बुकाननजन्म : 5 अप्रैल 1953 को इप्सविच, क्वींसलैंड में हुआ।
जॉन बुकानन इससे पहले तीन बार विश्व विजेता बनी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कोच रहे हैं। 1999 में ऑस्ट्रेलिया के कोच बनाए गए थे, उस दौरान इस बात बार बहुत हंगामा मचा कि बुकानन ने अपने पहले के कोच मार्श और बॉब सिम्पसन के जैसे, कोई टेस्ट स्तर का मैच नहीं खेला था। हालाँकि उनके नाम 15 मैच खेलने का और उसके सभी मैच जीतने का भी रिकॉर्ड है। बुकानन में रिकी पोटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को कई मैचों में जीत दिलाई है, जिसमें लगातार 16 टेस्ट और विश्व कप में 23 वन-डे मैचों में जीतने का विश्व रिकार्ड भी है। उनकी कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 2007 में लगातार तीसरी बार विश्व कप पर कब्जा जमाया। हाल में भारत के लिए कोचिंग की बात भी उनसे हुई थी, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार के अन्तरराष्ट्रीय टीम के लिए के इनकार कर दिया था। हालाँकि अक्टूबर, 2007 में उन्होंने ऑस्टेलिया के एम्बेसडर फॉर क्रिकेट कोच का पद स्वीकार किया। टॉम मूडी कोच (आईपीएल मोहाली के कोच) पूरा नाम : थॉमस मेसन मूडी जन्म : 2 अक्टूबर,1965 को एडीलेड, ऑस्ट्रेलिया में हुआ।
टॉम मूडी पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं। क्रिकेट के साथ वह बढ़िया एथलीट भी रहे, विशेषकर ऊँची कूद में। पर्थ में अपनी शुरुआती पढ़ाई के दौरान अपने पिता के सानिध्य में उनकी खेलों में रुचि बढ़ी। उनके पिता ही स्कूल के हेड मास्टर थे।
बचपन में उन्हें फुटबॉल से भी प्यार था, लेकिन 13 साल की उम्र में क्रिकेट के ग्यारह खिलाड़ियों में चुन लिए गए और स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मीडलैंड गुलफोर्ड टीम की ओर से क्रिकेट खेलने लगे।
6 फुट 6 इंच लंबे मूडी को उनके साथी 'लांग नाम से पुकारते थे। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी का क्रिकेट 1985-86 से खेलना शुरू किया। उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में शैफील्ड शील्ड और इंग्लैंड में वॉरविकशायर और वूस्टरशायर की ओर से खेला।
उन्होंने प्रथम श्रेणी के मैच में 20000 रन बनाए और 64 शतक जमाए हैं। 1989 से 1992 के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए आठ टेस्ट मैच खेले। इसके अलावा तीन विश्व कप मैच खेले।
क्रिकेट से संयास लेने के बाद 2005 में उन्हें ग्रेग चैपल से पहले भारतीय टीम का कोच बनाने की बात चली थी। हालाँकि उसके कुछ दिन बाद ही वह श्रीलंका की टीम के कोच बन गए। मूडी ने 2007 के विश्व कप मैच के बाद श्रीलंका के कोच पद से इस्तीफा दे दिया।