- अजय बर्वे
भारतीय टीम हमेशा से अच्छे खिलाड़ियों की कमी से कमजोर नजर आती रही है और टीम को मजबूत करने के लिए समय-समय पर युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने की बात भी उठती रही है।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में अब तक हुए 14 मैचों में जहाँ 'टीम इंडिया' के अनुभवी खिलाड़ी खुद को साबित करने में असमर्थ रहे हैं, दूसरी तरफ युवा खिलाड़ियों ने अपने खेल के दम पर कुछ अच्छी कोशिशें की हैं।
इन मसाला मैचों में युवा ब्रिगेड में किसी ने अपने बल्लेबाजी से तो किसी ने अपनी गेंदबाजी में अपने जौहर दिखाए हैं। बल्लेबाजी में सबसे पहला नाम आता है रोहित शर्मा का।
रोहित भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का दिल जीत चुके है, उन्होंने आईपीएल में खेले अपने 4 मैचों में 34.00 के औसत से 5 छक्कों और 9 चौकों की सहायता से 102 रन बनाए हैं।
इसके बाद में आता है नाम मुंबई इंडियन्स की ओर से खेल रहे अभिषेक नायर का, उन्होने 4 मैचों में 33.66 के औसत से 101 रन बनाए हैं, जिसमें 8 चौके और 5 छक्के शामिल हैं।
इसी राह पर चलते हुए यूसुफ पठान ने भी 12 चौकों, 6 छक्कों की मदद से 4 मैचों में 99 रन, शिखर धवन ने 3 मैचों में 77 रन, रविन्द्र जडेजा ने चार मैचों में 7 चौको और 3 छक्कों की सहायता से 66 रन बनाए है, गोईल ने 69 रन बनाए है।
इनके अलावा मनोज तिवारी, ए. यादव, डब्ल्यू साहा, विराट कोहली, वेनुगोपाल राव, रजत भटिया और एस. बद्रीनाथ ने भी अपनी बल्लेबाजी का अच्छा नमूना पेश किया है।
आईपीएल टूर्नामेंट में गेंदबाजों की अग्निपरीक्षा देखने को मिल रही है और लगभग हर मैच में गेंदबाजों की जमकर धुनाई हुई है लेकिन फिर भी सर्वाधिक विकेट लेने वालों की सूची में भारत के जिन गेंदबाजों के नाम नजर आते हैं और इनमें सबसे उपर है इरफान पठान हैं।
युवा भारतीय गेंदबाजों में रजत भाटिया को कामयाबी मिली है। रजत ने अब खेले अपने 3 मैचों में 9 ओवर फेकें हैं, जिनमें उन्होंने 49 रन देकर 4 विकेट चटकाए हैं। दूसरी तरफ कुलकर्णी ने 4 मैचों में 89 रन देकर 4 और एमएस गोनी ने 3 मैचों में 100 रन देकर 4 विकेट लेने में सफलता प्राप्त की है।
इसी तरह अमरनाथ ने 3 मैचों में 128 रन देकर 4, एबी दिंदा ने 3 मैचों में 52 रन देकर 3, एस. त्रिवेदी ने 4 मैचों में 123 रन देकर 3, बालचन्द्र अखिल ने 2 मैचों में 17 रन देकर 2 विकेट अपनी झोली में डाले हैं।
इन खिलाड़ियों में कुछ तो टीम में ऑलराउंडर की भूमिका भी निभाई है। शिखर धवन, बद्रीनाथ, विराट कोहली, यूसुफ पठान, डब्ल्यू साहा ने गेंद के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अपने जौहर दिखलाए हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग के इस टूर्नामेंट में सितारा खिलाड़ियों की मौजूदगी में कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्हें अब तक एक भी मैच खेलने का अवसर नहीं मिला है। अंडर-19 की विश्व विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे भोपाल के अजितेश अर्गल को अभी तक मैदान पर उतरने का अवसर नहीं मिला है।
आईपीएल टूर्नामेंट के जरिये कितना फायदा होगा या नुकसान यह तो बाद की बात है, लेकिन इतना तय है कि अगर चयनकर्ताओं की पारखी नजरें भी आईपीएल पर लगी हुई हैं तो उन्हें भविष्य की टीम के लिए अच्छे खिलाड़ी मिल सकते हैं।