मुंबई इंडियंस ने आईपीएल में हार का सिलसिला भले ही तोड़ दिया हो लेकिन सेमीफाइनल में प्रवेश की उसकी राह आसान नहीं है क्योंकि इसके लिए मंगलवार को पहले उसे अंतिम चार में पहुँचने को बेकरार युवराज की सेना से पार पाना होगा।
किंग्स इलेवन पंजाब दस मैचों में दस अंक के साथ पाँचवें स्थान पर है जबकि मुंबई के इतने ही मैचों में नौ अंक हैं। पिछले मैच में पंजाब ने मुंबई को हराया था। सचिन तेंडुलकर की टीम ने हालाँकि बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स को हराकर तीन मैचों की हार का क्रम तोड़ा।
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली के आने से पंजाब का आक्रमण मजबूत हुआ है। डेक्कन चार्जर्स पर मिली पिछली जीत में ली ने बल्ले और गेंद दोनों के जौहर दिखाते हुए आईपीएल दूसरे सत्र के अपने पहले ही मैच में छाप छोड़ी।
बल्लेबाजों में महेला जयवर्धने ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और एक बार फिर उनसे इसे बरकरार रखने की उम्मीद होगी। कुमार संगकारा ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि युवराज प्रसुप्त ज्वालामुखी की तरह हैं जिसके फटने पर कोई गेंदबाज सामने नहीं ठहर सकता। यह बात दीगर है कि उन्होंने अभी तक अपने उस कातिलाना फार्म के दीदार नहीं कराए हैं।
मुंबई के लिए दक्षिण अफ्रीका के जीन पाल डुमिनी ने लगातार अच्छा प्रदर्शन करके सनत जयसूर्या और तेंडुलकर के खराब फार्म के बावजूद टीम को संभाला है।
लेकिन इस मैच में तेंडुलकर और जयसूर्या को अच्छा खेलना ही होगा क्योंकि हर मैच में डुमिनी संकटमोचक तो नहीं हो सकते।
जहीर खान की गैरमौजूदगी का गेंदबाजी पर बहुत बुरा असर पड़ा है। पिछले तीन मैच से जहीर कंधे की चोट के कारण नहीं खेल सके हैं जिससे गेंदबाजी की धार कुंद पड़ी है। स्टार ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के खराब फार्म से तेंडुलकर की परेशानी और बढ़ी है।
दोनों टीमों ने कुछ नजदीकी मुकाबले गँवाए हैं, लिहाजा काँटे की टक्कर रहने पर युवराज और तेंडुलकर की कप्तानी की भी अग्निपरीक्षा होगी।