रोहित शर्मा की शानदार हैट्रिक और आरपी सिंह के पहले ओवर में लगातार दो विकेट के दम पर डेक्कन चार्जर्स लगातार तीन हार का सिलसिला तोड़कर बुधवार को मुंबई इंडियन्स को 19 रन से हराने के साथ एक बार फिर इंडियन प्रीमियर लीग की अंक तालिका में शीर्ष टीमों में पहुँच गई। दोहरे प्रदर्शन के लिए रोहित शर्मा को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।
जीत के लिए 146 रन के आसान लक्ष्य के जवाब में मुंबई इंडियन्स 20 ओवर में 126 रन ही बना सकी। आईपीएल टू में हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने रोहित ने 16वें ओवर की आखिरी दो गेंदों पर अभिषेक नायर और हरभजनसिंह को पवैलियन भेजकर डेक्कन को मैच में लौटाया और 18वें ओवर की पहली ही गेंद पर मुंबई इंडियन्स की आखिरी उम्मीद जेपी डुमिनी (52) का शिकार कर भेजकर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। इसी ओवर में उन्होंने सौरभ तिवारी को भी आउट किया।
इससे पहले परपल कैपधारी आरपी सिंह ने अपने पहले ही ओवर में सनथ जयसूर्या (पाँच) और सचिन तेंडुलकर (दो) को लगातार दो गेंदों पर पैवेलियन भेजकर मुंबई को अच्छी शुरुआत नहीं करने दी।
सचिन तेंडुलकर की टीम के अब आठ मैचों में तीन जीत के साथ सात ही अंक हैं और वह तालिका में सातवें स्थान पर है। दूसरी ओर पिछले तीन मैचों में दिल्ली डेयरडेविल्स, राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स से हारी डेक्कन चार्जर्स के अब आठ मैचों में दस अंक हैं, जबकि डेयरडेविल्स के भी सात मैचों में इतने ही अंक हैं।
मुंबई की शुरुआत बेहद खराब रही और दूसरे ओवर में जयसूर्या और सचिन के पैवेलियन लौटने के समय स्कोर सिर्फ सात रन था। जेपी डुमिनी और पीनल शाह ने 53 रन की साझेदारी की, लेकिन इसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। शाह (19 गेंद में 29) और ड्वेन ब्रावो (13) को टी. सुमन ने पैवेलियन भेजा।
इसके बाद रोहित की हैट्रिक ने मैच का पाँसा ही पलट दिया। रोहित ने पहले बल्ले से भी जौहर दिखाते हुए 36 गेंद में 38 रन बनाए थे। मुंबई की सारी उम्मीदें डुमिनी पर टिकी थीं, जो 48 गेंद में सात चौकों की मदद से 52 रन बनाने के बाद रोहित का तीसरा शिकार बने।
इससे पहले अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर मुंबई ने डेक्कन चार्जर्स को छह विकेट पर 145 रन के स्कोर पर रोक दिया था। सिर्फ रोहित (38) और वेणुगोपाल राव (28) ही मुंबई के आक्रमण के सामने कुछ देर टिक सके।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का डेक्कन चार्जर्स के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट का फैसला गलत साबित हुआ और हर्शल गिब्स लगातार दूसरे मैच में खाता खोले बिना आउट हो गए। उस समय स्कोर बोर्ड पर आठ रन ही टंगे थे। धवल कुलकर्णी की गेंद पर तेंडुलकर ने उनका कैच लपका।
तीसरे नंबर पर आए टी. सुमन भी ज्यादा देर नहीं टिक सके। उन्होंने हालाँकि पाँचवें ओवर में हरभजनसिंह को दो छक्के जड़कर अच्छी शुरुआत तो की थी, लेकिन 13 गेंद में 20 रन बनाकर ड्वेन ब्रावो का शिकार हो गए। विकेट के पीछे पीनल शाह ने उनका कैच लपका।
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ पिछले मैच में जीरो पर आउट हुए गिलक्रिस्ट भी अपने चिर परिचित रंग में नहीं दिखे। उन्होंने 25 रन बनाने के लिए 29 गेंदों का सामना किया, जिसमें दो चौके और हरभजन को जड़ा एक छक्का शामिल है। उन्हें मध्यम तेज गेंदबाज रोहन राजे ने पैवेलियन भेजा।
पिछले मैच में सिर्फ एक रन पर तीन विकेट गँवाने वाले डेक्कन का शीर्षक्रम फिर विफल रहा और दसवें ओवर में उसका स्कोर तीन विकेट पर 63 रन था।
ड्वेन स्मिथ ने 12वें ओवर में राजे को छक्का लगाकर रनगति को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन एक बार फिर डेक्कन को अच्छी साझेदारी नहीं दे पाए। महँगे साबित हुए हरभजन की जगह मोर्चा संभालने वाले अनुभवी जयसूर्या ने उन्हें 13वें ओवर की आखिरी गेंद पर बोल्ड कर दिया।
दूसरे छोर पर डटे हुए रोहित की एकाग्रता भी भंग हुई और 18वें ओवर की पहली ही गेंद पर वे लसिथ मलिंगा का शिकार हुए। उन्होंने मिडविकेट पर ऊँचा शॉट खेला और लांग ऑन से दौड़कर आते हुए ड्वेन ब्रावो ने सामने की ओर डाइव लगाकर उनका दर्शनीय कैच लपका। रोहित ने 36 गेंद में 38 रन बनाए, जिसमें दो चौके और एक छक्का शामिल है।
आखिरी ओवरों में वेणुगोपाल राव ने 17 गेंद में 28 रन की उपयोगी पारी खेली, लेकिन आखिरी ओवर में वे रन आउट हो गए। ड्वेन ब्रावो के सटीक थ्रो पर विकेटकीपर शाह ने उनकी गिल्लियाँ बिखेरीं।
डेक्कन की टीम और भी कम स्कोर पर आउट हो सकती थी, यदि मुंबई ने कुछ कैच और रन आउट के मौके नहीं गँवाए होते।