मुंबई इंडियंस के कप्तान सचिन तेंडुलकर ने राजस्थान रॉयल्स के हाथों इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में करीबी शिकस्त के बाद कहा कि 146 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता था, लेकिन उनकी टीम दबाव के कारण हार गई।
मुंबई की टीम को अंतिम ओवर में जीत के लिए सिर्फ चार रन की जरूरत थी, लेकिन अंतिम तीन बल्लेबाजों के रन आउट होने के कारण टीम केवल दो रन ही बना सकी।
तेंडुलकर ने कहा कि मुझे लगता है कि अंत में दबाव बन गया था, जिसका खामियाजा हमें मैच गँवाकर भुगतना पड़ा।
मुंबई की टीम ने ड्वेन ब्रावो और योगेश टकावाले से पारी शुरू कराई, जबकि अंजिक्या रहाणे तीसरे और सनत जयसूर्या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। तेंडुलकर पाँचवें नंबर पर आए। हालाँकि यह फैसला टीम के लिए फायदेमंद साबित नहीं हुआ, लेकिन तेंडुलकर अपने निर्णय के खिलाफ नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि हम हमेशा कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। जब यह फैसला ठीक बैठता है तो इसे अच्छा कहा जाता है। हम इन्हीं बल्लेबाजों से केवल दो रन ही दूर रह गए।
वहीं तीन विकेट चटकाकर मैन ऑफ द मैच बने राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वॉर्न ने कहा कि उन्हें अपने खिलाड़ियों पर फक्र है।
वॉर्न ने कहा कि मेरे ज्यादा बाल नहीं बचे हैं और इस तरह के मैच होते रहे तो मेरे और बाल गिर जाएँगे। उन्होंने कहा कि मैं अपने खिलाड़ियों से काफी खुश हूँ। उन्होंने आज गजब का जज्बा दिखाया। जीत और हार से ज्यादा हम मैदान से चेहरे पर मुस्कान लेकर लौटना चाहते थे।
वॉर्न ने स्वीकार किया कि जब तेंडुलकर आक्रामक थे तो वे काफी नर्वस थे। उन्होंने कहा कि जब मास्टर बल्लेबाज चारों ओर रन बटोर रहे थे तो मैं थोड़ा नर्वस हो गया था। उनका विकेट शानदार रहा।