भारतीय टीम में भले ही वीरेंद्र सहवाग, युवराजसिंह, महेंद्रसिंह धोनी, यूसुफ पठान, गौतम गंभीर और सचिन तेंडुलकर जैसे दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाज मौजूद हों लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सत्र में भारत के किसी भी बल्लेबाज को शतकवीर बनने का गौरव हासिल नहीं हुआ, जिसकी कसक देश के बल्लेबाज आईपीएल टू में दूर करना चाहेंगे।
आईपीएल के पहले टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैक्कुलम ने पहले ही मैच में नाबाद 158 रन की आतिशी पारी खेली जबकि ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स (नाबाद 117), माइक हसी (नाबाद 116), शान मार्श (115), एडम गिलक्रिस्ट (नाबाद 109) और श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (नाबाद 114) के बल्ले से भी सैकड़े निकले लेकिन भारतीय बल्लेबाजों को अब भी क्रिकेट के इस नवीनतम प्रारूप में पहले शतक का इंतजार है।
आईपीएल टू के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले भारत के आक्रामक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने विरोधी टीमों को चेताते हुए कहा था कि उनकी नजरें ट्वेंटी-20 मैचों में सर्वाधिक छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ने पर हैं लेकिन दिल्ली डेयर डेविल्स का यह कप्तान पिछले साल कई आतिशी पारियों के बावजूद सैकड़े तक का सफर तय नहीं कर सका।
आईपीएल के पहले टूर्नामेंट में एक पारी में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज का श्रेय सहवाग को ही जाता है जो डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ 41 गेंद में 10 चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 94 रन बनाकर शतक के काफी करीब पहुँचे थे।
भारत और कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के पास भी शतक बनाने का मौका था लेकिन वे डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ नर्वस नाइंटीज का शिकार होकर पैवेलियन लौटे। उन्होंने तब 57 गेंद में 91 रन की पारी खेलने के अलावा किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ भी नाबाद 86 रन की पारी खेली।
भारत और डेयर डेविल्स टीम में सहवाग के सलामी जोड़ीदार गौतम गंभीर को पिछले सत्र में सर्वाधिक तीन बार शतक बनाने का मौका मिला लेकिन बाएँ हाथ का यह बल्लेबाज इस उपलब्धि से चूक गया।
गंभीर ने इस लुभावनी ट्वेंटी-20 लीग में पहले सत्र में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ 86, चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 80 और डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ 79 रन की पारी खेली थी।
दक्षिण अफ्रीका में ही हुए ट्वेंटी-20 विश्व कप में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के जड़कर क्रिकेट के इस लघुतम प्रारूप को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने वाले विस्फोटक बल्लेबाज युवराजसिंह के दिल में भी अब तक शतक के करीब नहीं पहुँच पाने की कसक होगी और वे आईपीएल टू में इस उपलब्धि को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे। पिछले साल आईपीएल में हालाँकि युवराज की सबसे लंबी पारी 57 रन की ही थी और इस बार वे इसमें सुधार करना चाहेंगे।
अन्य भारतीय बल्लेबाजों में रोहित शर्मा (नाबाद 76) और पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ (नाबाद 75) ने भी 20 ओवरों की जंग में शतक ठोंकने का जज्बा दिखाया था जबकि यूसुफ पठान (68), भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी (65) और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (65) ने भी संकेत दे दिए थे कि शतक उनकी जद से भी दूर नहीं है।