मुरली की धुन पर नाचे चैलेंजर्स
चेन्नई सुपर किंग्स 92 रनों से विजयी
मैथ्यू हेडन की विध्वंसक पारी (65) और मुथैया मुरलीधरन की घातक गेंदबाजी (4 ओवर में 11 रन देकर 3 विकेट) की मदद से गत उपविजेता चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टूर्नामेंट में यहाँ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 92 रनों के विशाल अंतर से हरा दिया।
चेन्नई ने बेंगलुरु के समक्ष जीत के लिए 180 रनों का मुश्किल लक्ष्य रखा था। बेंगलुरु की टीम इस दबाव के आगे पूरी तरह नतमस्तक हो गई और 15.2 ओवरों में सिर्फ 87 रन पर सिमट गई। 'मैन ऑफ द मैच' मुरलीधरन ने 11 रन पर तीन विकेट लेकर बेंगलुरु के इस पतन में अहम योगदान दिया।
चेन्नई ने इस शानदार जीत के साथ ही टूर्नामेंट में अपना खाता भी खोल लिया। उसे टूर्नामेंट के पहले दिन मुंबई इंडियंस के हाथों 19 रनों से मात झेलनी पड़ी थी। दूसरी तरफ पिछले मैच में गत चैंपियन राजस्थान रॉयल्स को हराने वाले बेंगलुरु को दो मैचों में पहली बार हार का सामना करना पड़ा।
एक मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने उतरे चैलेंजर्स की शुरुआत बेहद खराब रही और पहले ही ओवर में ओपनर प्रवीण कुमार खाता खोले बगैर बोल्ड हो गए। हालाँकि जैक्स कैलिस (24) और रॉबिन उथप्पा (20) ने दूसरे विकेट के लिए 40 रन जोड़कर पारी संभालने की कोशिश की लेकिन मुरलीधरन के आक्रमण पर लगते ही मैच की तस्वीर बदल गई।
दिग्गज ऑफ स्पिनर मुरली ने पहले उथप्पा को कप्तान महेंद्रसिंह धोनी के हाथों स्टंप कराया और कुछ देर बाद विपक्षी कप्तान केविन पीटरसन को अपनी ही गेंद पर कैच कर चैलेंजर्स को तगड़ा झटका दे दिया। कैलिस को उन्हीं के देश के एल्बी मोर्कल ने पैवेलियन लौटाया तो रॉस टेलर को एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने निपटाया। राहुल द्रविड़ 20 रन बनाने के बाद लक्ष्मीपति बालाजी की गेंद पर कैच आउट हुए।
सुपर किंग्स की तरफ से मुरलीधरन सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने अपने चार ओवरों में सिर्फ 11 रन देकर तीन विकेट झटके। बालाजी को 18 रन पर दो विकेट मिले जबकि फ्लिंटॉफ, एमएस गोनी, मोर्कल और जोगिंदर शर्मा को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले चेन्नई ने हेडन के 35 गेंदों पर नौ चौकों तथा दो छक्कों की मदद से बनाए गए आक्रामक 65 रनों के सहारे निर्धारित 20 ओवरों में पाँच विकेट पर 179 का स्कोर खड़ा किया। इसमें पार्थिव पटेल (30), सुरेश रैना (28) तथा फ्लिंटॉफ (नाबाद 22) का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
चेन्नई को हेडन और पार्थिव की सलामी जोड़ी ने शतकीय साझेदारी करते हुए शानदार शुरुआत दी। इन दोनों में हेडन अधिक मुखर थे और उन्होंने शुरू से ही बेंगलुरु के गेंदबाजों पर धावा बोल दिया। हेडन की आक्रामक बल्लेबाजी देखकर कहीं से यह नहीं लग रहा था कि वे कुछ महीने पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।
हेडन और पार्थिव ने दसवें ओवर में ही टीम का स्कोर सौ के पार पहुँचा दिया, मगर अगले ही ओवर में दोनों ही बल्लेबाज लगातार गेंदों पर आउट होकर पैवेलियन लौट गए, लेकिन इससे चेन्नई की रनगति पर अधिक असर नहीं पड़ा और रैना- धोनी (16) तथा फ्लिंटॉफ ने उसे एक मजबूत स्कोर तक पहुँचा दिया।
बेंगलुरु की तरफ से प्रवीण कुमार ने 37 रन देकर सर्वाधिक दो विकेट लिए जबकि पीटरसन और डेल स्टेन को एक-एक विकेट मिला। पिछले मैच में पाँच विकेट झटकने वाले अनिल कुंबले को इस बार कोई कामयाबी नहीं मिल पाई।