कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के मालिक शाहरुख खान ने खुलासा किया कि सौरव गांगुली को टीम की कप्तानी से हटाने के कारण उन्हें घृणास्पद मेल मिल रहे हैं।
शाहरुख ने आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जीत के बाद कहा कि मैंने टीम के हित में जो फैसला किया उसके लिए लोग मुझे घृणास्पद मेल भेज रहे हैं, लेकिन ऐसा चलता है। मैंने उन सभी को सुरक्षित रखा है ताकि मैं प्रत्येक के घर जाकर केकेआर का आदर्श वाक्य 'कोरबो लोरबो जीतबो' कह सकूँ।
शाहरुख ने इसके साथ ही कोलकातावासियों को टीम के साथ बने रहने की अपील की। उन्होंने कहा यदि हमने कुछ गलत किया हो तो कृपा करके हमें समझें और हमें सकारात्मक ऊर्जा भेजें।
केकेआर की टीम तभी से चर्चा में रही, जब कोच जॉन बुकानन ने कई कप्तानों की थ्योरी चलाई, जिसे गांगुली को कप्तानी से हटाने की एक और ऑस्ट्रेलियाई चाल माना गया।
बुकानन की थ्योरी को लागू नहीं किया गया लेकिन गांगुली को कप्तानी नहीं मिली और केकेआर ने न्यूजीलैंड के विकेटकीपर ब्रेंडन मैक्कुलम को नया कप्तान नियुक्त कर दिया, जो कोलकातवासियों को सही नहीं लगा।
शाहरुख ने कहा कि कोलकाता के लोगों को खुश करना आसान नहीं है, जहाँ भावनाएँ बहुत हावी रहती हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि टीम पर बहुत दबाव है। इस बॉलीवुड सितारे ने कहा हम पर बहुत दबाव है। हमारी टीम को लेकर बहुत हाइप है क्योंकि मालिक फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा है और सबसे जुनूनी शहर हमारी टीम का समर्थक है।
उन्होंने कहा भले के लिए हो या बुरे के लिए कोलकातावासी हमें एक रात दिलोजान से चाहते हैं और एक रात हमारे फैसलों पर नाराज हो जाते हैं, लेकिन मैं आप से वादा करता हूँ कि मेरा सपना आईपीएल ट्रॉफी लेकर कोलकाता आना और नाच गाना करना है। हम कोरबो लोरबो जीतबो के लिए कुछ नए कदम उठाएँगे।
संयोग से सौरव गांगुली ने केकेआर की आज की जीत में दो विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई। शाहरुख ने गांगुली का पूरा समर्थन किया और कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान अब भी टीम का महत्वपूर्ण खिलाड़ी है।
उन्होंने कहा मैं चाहता हूं कि इस साल वह टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनें। जो भी ऐसा महसूस कर रहा है कि उन्हें टीम में महत्व नहीं दिया जा रहा है तो मैं आप से कहना चाहूँगा कि वह नाइट राइडर्स का सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। वह और क्रिस गेल 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' पुरस्कार के लिएएक दूसरे को चुनौती देंगे।
शाहरुख ने कहा कि आज की जीत जो कि डकवर्थ लुईस पद्वति से मिली टीम को बड़ी राहत मिली है। यह निश्चित तौर पर जीत का बेहतर तरीका नहीं है लेकिन जीत तो जीत होती है।