केविन पीटरसन के स्वदेश लौटने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की कप्तानी के मुख्य दावेदार जैक कैलिस ने कहा कि अनिल कुंबले को टीम का कप्तान बनाना बहुत अच्छा फैसला था।
पीटरसन के जाने के बाद कैलिस को कप्तान बनना था, लेकिन आखिर में कुंबले को यह पद सौंपा गया। कैलिस ने कहा कि इस फैसले से उन्हें कोई मतलब नहीं था क्योंकि वे गेंदबाजी और बल्लेबाजी में पहले ही जिम्मेदारी निभा रहे थे, इसलिए कप्तानी उन पर बोझ होती।
कैलिस ने कहा कि मुझे लगता है कि ऑलराउंडर होने के कारण कप्तानी संभालना मेरे लिए मुश्किल होता। विशेषकर तब जबकि मैं बल्लेबाजी और गेंदबाजी का आगाज कर रहा था और क्षेत्ररक्षण को लेकर चिंतित था।
उन्होंने कहा कि ऐसे में कप्तानी का अतिरिक्त बोझ मेरे लिए मुश्किल भरा होता। मुझे नहीं लगता कि यह मेरे या टीम के लिए सही होता।
बेंगलुरु ने कुंबले की अगुवाई में शानदार प्रदर्शन किया और कैलिस ने कहा कि इस लेग स्पिनर को कप्तानी सौंपना सही फैसला था।
उन्होंने कहा कि गेंदबाज होने के नाते कुंबले के लिए टीम की अगुवाई करना आसान था। भारतीय होना उनके लिए एक अतिरिक्त फायदे की बात थी। वे अधिकतर खिलाड़ियों को अच्छी तरह से जानते हैं और इससे काम आसान हो जाता है। मेरे विचार में यह सही फैसला था। मैं इससे पूरी तरह खुश था।