KKR Strengths and Weaknesses, IPL Final : कोलकाता नाइट राइडर्स का इस साल प्रदर्शन धमाकेदार रहा है, लीग मैचों में वे 14 मैचों में 9 जीत और 3 हार और 20 पॉइंट्स के साथ सबसे ऊपर विराजमान थे। कोलकाता अपना आखिरी मैच लगभग 1 महीने पहले 26 अप्रैल को पंजाब किंग्स के सामने हारी थी तबसे उनकी कोई गाड़ी कोई नहीं रोक पाया है, गौतम गंभीर ने मेंटर के तौर पर वाकई इस टीम का चेहरा बदल दिया है लेकिन हर एक टीम के कुछ मजबूत पक्ष होते हैं और कुछ कमजोर जिन्हे वे सुधारकर ही बेस्ट बन पातें हैं, आइए कोलकाता नाइट राइडर्स के दोनों पक्ष जानें।
कोलकाता नाइट राइडर्स का मजबूत पक्ष
(Kolkata Knight Riders Strength)
1. बैटिंग में गहराई (Depth in Batting) : कोलकाता के पास बैटिंग में गहराई है, लीग मैचों में फील साल्ट के साथ हमेशा सुनील नारायण ने स्ट्रांग शुरुआत की है, मिडल आर्डर हालांकि इनका कभी कभी कमजोर पड़ा है लेकिन रिंकू सिंह, आंद्रे रसल तक बैटिंग कम ही जाती है और दोनों ही नाम ऐसे हैं जो अपने दम पर मैच को पलट सकतें हैं तो आप समझ सकतें हैं कि अगर इन दोनों तक काम करने को ज्यादा कुछ नहीं बचता रो बल्लेबाजी में कितनी गहराई होगी।
2. सपोर्ट स्टाफ (Supporting Staff) : मेंटर गौतम गंभीर, हेड कोच चंद्रकांत पंडित और बोलिंग कोच भरत अरुण के दृष्टिकोण और मार्गदर्शन ने कोलकाता टीम का चेहरा बदलने में बड़ी भूमिका निभाई है।
3. स्पिन ट्विन्स (Spin Twins) : क्वालीफ़ायर 2 (SRH vs RR) मैच में हमने देखा कि चेन्नई में स्पिनर अभिषेक शर्मा और शाहबाज अहमद ने अपने स्पिन अटैक से पूरा मैच हैदराबाद के पक्ष में कर दिया था। 7 में से 5 मैच इन दोनों के नाम हुए थे, अगर चेन्नई की पिच फाइनल में भी इसी तरह बर्ताव करती है तो कोलकाता के सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती से हैदराबाद को डरने की जरूरत रहेगी। लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती और सीनियर खिलाड़ी सुनील नारायण ने आईपीएल 2024 में संयुक्त रूप से 36 विकेट लिए हैं।
4. Mitchell Starc की फॉर्म में वापसी : मिचेल स्टार्क आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे, आईपीएल 2024 की नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) ने उन्हें 24.75 करोड़ में खरीदा था लेकिन सीज़न की शुरुआत में उन्हें 10 रन प्रति ओवर से अधिक की इकॉनमी रेट के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा था।
लोगों ने उनकी परफॉरमेंस देखकर यह कहा था कि कोलकाता ने इतने ज्यादा रूपए देकर हीरे की जगह कोयला खरीद लिया है और अब स्टार्क उन्हें चुना लगा रहा है लेकिन आख़िरकार मिचेल ने दिखा ही दिया कि उनका वर्थ क्या है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ 4 विकेट लेने के बाद सबसे अहम मैच क्वालीफ़ायर 1 में इसी टीम के खिलाफ स्टार्क ने अपना जलवा दिखाया था और 3 विकेट चटकाए थे। जिसमे ट्रेविस हेड का विकेट भी शामिल था जो 1 रन भी नहीं बना पाए थे।
कोलकाता नाइट राइडर्स की कमजोरी :
(Kolkata Knight Riders Weaknesses)
1. बैटिंग : उनकी बैटिंग उनकी कमजोरी भी है, अगर ओपनर्स जल्दी आउट हो जातें हैं तो मिडिल आर्डर उनका दबाव में आ जाता है, हालांकि वेंकटेश अय्यर पर हमेशा भरोसा किया जा सकता है और क्वालीफ़ायर 1 में कप्तान श्रेयस अय्यर भी फॉर्म में वापस आ चुकें हैं लेकिन मैनेजमेंट को मिडल आर्डर को लेकर रणनीति बनानी ही होगी, क्योंकि पैट कमिंस की चाल अगर कामयाब हुई तो कोलकाता का संभलना मुश्किल हो सकता है।
2. कमजोर पेस अटैक : वैभव अरोड़ा और हर्षित राणा दोनों इस सीज़न में प्रभावशाली रहे हैं, हालाँकि दोनों के पास अनुभव की थोड़ी कमी है। दोनों ने 2022 में डेब्यू किया था, जिसमें अरोड़ा पंजाब किंग्स का हिस्सा थे, तुलना में सनराइजर्स हैदराबाद की तेज गेंदबाजी विभाग में ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी हैं, जैसे कि कप्तान कमिंस, भुवनेश्वर कुमार और टी नटराजन के पास काफी अधिक अनुभव है। इसलिए इन दोनों पर निगाहें इस बात पर भी होंगी कि वे फाइनल मैच के दबाव को कैसे संभालते हैं।