RCB vs LSG IPL 2025 : रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (Royal Challengers Bengaluru) के कार्यवाहक कप्तान जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) ने 33 गेंद में नाबाद 85 रन की बेखौफ पारी खेल कर लखनऊ सुपर जायंट्स (Lucknow Super Giants) के खिलाफ टीम को यादगार जीत दिलाने के बाद कहा कि उनके लिए अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां करना मुश्किल है।
प्लेयर ऑफ द मैच जितेश ने 33 गेंद की नाबाद पारी में 8 चौके और 6 छक्के लगाए। उन्हें मयंक (Mayank Agarawal) का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 23 गेंद की नाबाद पारी में 5 चौके जड़े। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 45 गेंद में 107 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई।
सुपर जायंट्स ने कप्तान ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की नाबाद 118 रन की पारी से तीन विकेट पर 227 रन बनाए। आरसीबी ने 18.4 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
जितेश ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, मैं विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि मैंने ऐसी पारी खेली है। मैं बस उस पल में रहने का प्रयास कर था, में क्रीज पर टिके रहने की कोशिश कर रहा था। मैं अभी अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां नहीं पाउंगा।
मैच के 12वें ओवर में विराट कोहली (54) के आउट होने के बाद क्रीज पर आए जितेश ने हर गेंदबाज के खिलाफ सहजता से बड़े शॉट लगाए। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन पर कप्तानी का दबाव था लेकिन टीम के अनुभवी खिलाड़ियों का पूरा साथ मिला
उन्होंने कहा, मैंने विराट भाई के आउट होने के बाद मैच को आखिर तक ले जाने का प्रयास किया और इसमें सफल रहा। आज मेरे ऊपर काफी दबाव था लेकिन मैं इसका लुत्फ उठा रहा था। मुझे विराट भाई, कृणाल (पंड्या) भाई और भुवनेश्वर (कुमार) भाई को देखता हूं, तो काफी आत्मविश्वास मिलता है।
जितेश शर्मा ने जीत के बाद भोलेनाथ को भी इस बड़ी जीत के लिए धन्यवाद कहा।
महज एक दिन के बाद होने वाले क्वालीफायर एक मुकाबले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मैं फिलहाल इस पल (जीत) का लुत्फ उठाने करने का प्रयास करूंगा। साथ ही चाहूंगा कि थकान से अच्छे से उबरू। मेरे गुरू दिनेश कार्तिक ने मुझे कहा था कि अगर मैं मैच को आखिर तक लेकर जाऊंगा तो मेरे में टीम को जीत दिलाने का कौशल है।
जितेश शर्मा ने कहा, "मेरे गुरु, मेरे मार्गदर्शक, मेरे अन्ना, दिनेश कार्तिक ने मुझे उस स्थिति में शांत रहने और उसे गहराई से लेने के लिए कहा था।"
जीत के दूसरे हीरो मयंक अग्रवाल के बारे में बात करते हुए जीतेश ने कहा "मयंक अग्रवाल मेरे पूर्व कप्तान हैं, मुझे उनके साथ खेलना बहुत पसंद है। वह पूरे समय मुझे नियंत्रित करते रहे, मैं अपने क्षेत्र में था और वह लगातार मुझे लक्ष्य का पीछा करने के लिए तैयार करते रहे।"