चेन्नई बना असली किंग
फाइनल में होगा राजस्थान रॉयल्स से मुकाबला
तेज गेंदबाजों के सुपर प्रदर्शन से चेन्नई सुपर किंग्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को शनिवार को यहाँ 31 गेंद शेष रहते हुए नौ विकेट से करारी शिकस्त देकर आईपीएल ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया, जहाँ रविवार को उसका मुकाबला राजस्थान रॉयल्स से होगा।
वानखेड़े स्टेडियम में पहुँचे दर्शकों को लगातार दूसरे सेमीफाइनल में भी एकतरफा मैच ही देखने को मिला, क्योंकि मखाया नतिनी और मनप्रीत गोनी ने किंग्स इलेवन पंजाब के शीर्ष क्रम को झकझोरने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिससे उसकी टीम आठ विकेट पर 112 रन ही बना पाई।
चेन्नई सुपर किंग्स के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पार्थिव पटेल (नाबाद 51) और सुरेश रैना (नाबाद 55) ने बल्लेबाजी का भरपूर लुत्फ उठाते हुए अपनी टीम को 14.5 ओवर में एक विकेट पर 116 रन पर पहुँचाकर शेन वॉर्न के रणबाँकुरों से भिड़ने का हक दिलाया। चेन्नई के मखाया नतिनी को मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया। इस टूर्नामेंट में हैरतअंगेज प्रदर्शन करने वाले राजस्थान रॉयल्स ने कल पहले सेमीफाइनल में दिल्ली डेयरडेविल्स को 105 रन से शिकस्त दी थी।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम चेन्नई के खिलाफ हार का सिलसिला तोड़ने में भी नाकाम रही। महेंद्रसिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने लीग चरण में भी युवराज की टीम को दोनों मैच में मात दी थी।
पंजाब के कप्तान युवराजसिंह ने जब टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया तो फिर सब कुछ उनकी टीम के खिलाफ गया। पंजाब की आधी टीम तब पैवेलियन लौट गई थी, जब स्कोर केवल 40 रन था। पंजाब की इस दुर्दशा के लिए खराब बल्लेबाजी के अलावा चेन्नई की शानदार तेज गेंदबाजी भी रही।
मखाया नतिनी और मनप्रीत गोनी ने शुरू में ही दो-दो विकेट लेकर छठे ओवर तक पंजाब का स्कोर चार विकेट पर 34 रन कर दिया। नतिनी ने दूसरे ओवर में आउटस्विंगर पर जेम्स होप्स को विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराकर बल्ले पर गेंद के आधिपत्य की शुरुआत की। इसके बाद गोनी ने कुमार संगकारा को इसी तरह से आउट किया और पंजाब का स्कोर दो विकेट पर 11 रन हो गया।
किंग्स इलेवन की स्थिति तब और खराब हो गई, जब कप्तान युवराज ने गोनी की गेंद पुल करके वाइड मिड ऑन पर मुथैया मुरलीधरन को कैच थमाया। गोनी ने चार ओवर में 14 रन देकर दो विकेट लिए।
नतिनी ने अपने तीसरे ओवर में पंजाब की बल्लेबाजी के आधार स्तंभ शॉन मार्श (23) को आउट करके किंग्स इलेवन को सबसे करारा झटका दिया। ऑस्ट्रेलिया के बाएँ हाथ के सलामी बल्लेबाज ने बाहर जाती गेंद को पुल करने का प्रयास किया, लेकिन वह बल्ले का निचला किनारा लेकर विकेटों पर लग गई। इस विकेट से चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी खुशी में झूमने लगे।
संकट की इस घड़ी में इरफान पठान भी माहेला जयवर्धने के साथ गफलत में रन आउट हो गए। जयवर्धने इससे काफी निराश थे, लेकिन ऐसे में वे टीम के संकटमोचक नहीं बने और उन्होंने एल्बी मोर्कल की गेंद पर पटेल को कैच थमा दिया।
जब पंजाब का स्कोर छह विकेट पर 45 रन था, तब लग रहा था कि उसकी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के 67 रन के न्यूनतम स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ देगी। विल्किन मोटा (26 गेंद पर 25 रन और रमेश पोवार 22 गेंद पर 28 रन) ने आठवें विकेट के लिए 35 रन जोड़कर हालाँकि ऐसा नहीं होने दिया।
पोवार ने एल. बालाजी के अंतिम ओवर में तीन चौकों सहित 14 रन बटोरकर टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुँचाया। नतिनी ने 23 रन देकर और मोर्कल ने 27 रन देकर दो-दो विकेट लिए। पारी का पहला ओवर करने वाले मुरलीधरन को एक विकेट मिला।