किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान युवराजसिंह बुधवार को मुंबई के दर्शकों के रवैये से इस कदर खीझ गए कि उन्हें याद दिलाना पड़ा कि वह भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं और भारत में इस तरह के व्यवहार की अपेक्षा नहीं रखते हैं।
वानखेड़े स्टेडियम में दर्शकों ने केवल मुंबई इंडियन्स का समर्थन किया जबकि किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाड़ियों को ताने कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
युवराज ने अपनी टीम के एक रन से जीत दर्ज करने के बाद कहा कि मुझे नहीं लगता कि किसी को भारतीय खिलाड़ियों पर ताने कसने की छूट मिलनी चाहिए, भले ही वह मेहमान टीम के सदस्य क्यों न हों।
श्रीसंथ, इरफान पठान, पीयूष चावला और मैं भारत की तरफ खेले हैं और पहले भी मुंबई आए हैं। उन्हें (दर्शकों को) इस तरह से हमारी आलोचना नहीं करनी चाहिए थी।
मैच के बारे में युवराज ने कहा कि इस रोमांचक मैच में सचिन तेंडुलकर का रन आउट होना 'टर्निंग प्वाइंट' रहा। उन्होंने कहा जब तक सचिन तेंडुलकर क्रीज पर थे तो मुझे लगा कि वह आखिर तक जमे रहेंगे। उनके आउट होने के बाद पासा हमारी तरफ पलटा।