क्रिकेट पंडित भले ही इंडियन प्रीमियर लीग पर खेल को निचले स्तर तक ले जाने का आरोप लगाये लेकिन सचिन तेंडुलकर का मानना है कि आलोचना करने की बजाय ग्लैमर से भरी इस ट्वेंटी20 श्रृंखला की तारीफ की जानी चाहिए जिसने क्रिकेट का वैश्वीकरण किया है।
तेंडुलकरने कहा मुझे नहीं लगता कि आईपीएल से क्रिकेट का स्तर गिरा है। यह क्रिकेट का एक और स्वरूप ही है। उन्होंने कहा टेस्ट क्रिकेट पहले से था फिर वनडे क्रिकेट आया जो काफी सफल रहा। यदि आईपीएल के जरिये खेल का वैश्वीकरण हो रहा है तो इसमें क्या बुराई है। यह क्रिकेट के बेहतर है।
तेंडुलकर ने कहा कि पिछले 19 साल से क्रिकेट खेलने के बावजूद हर बार किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए मैदान पर खासकर वानखेड़े स्टेडियम पर उतरते समय वह बच्चों की तरह रोमांचित हो जाते हैं।
उन्होंने कहा वानखेड़े स्टेडियम मेरे लिये खास है। मैने बचपन में इस पर खेलने का सपना देखा था जिसे जीने का अहसास अद्भुत है। जब भी मैं मैदान पर उतरता हूँ तो दर्शक दीर्घा से शोर काफी तेज हो जाता है। यह खास अनुभव है।
तेंडुलकर ने कहा मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मैं क्रीज पर जा सकता हूँ और पूरा स्टेडियम मेरे साथ होता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका विकेट हासिल करना इनाम की तरह होता है लेकिन तेंडुलकर ने किसी ऐसे गेंदबाज का नाम बताने से इनकार कर दिया जिसे खेलने में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
जिस तरीके से उनका करियर रहा है तो इस बारे में वह क्या मानते हैं? सचिन ने सिर्फ इतना कहा मैंने काफी अच्छा किया है। मेरा सपना था कि मैं एक महान बल्लेबाज के रूप में पहचाना जाऊँ और मैं इसमें शुमार हो गया। मैं यह कह सकता हूँ कि मेरा सपना था कि मैं विश्व में शीर्ष खिलाड़ियों में शुमार हो जाऊँ और मुझे लगता है कि मैं ऐसा करने में सफल हो गया हूँ और यह शानदार अहसास है।