इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स की इज्जत दाँव पर लग गई है। मंगलवार को ईडन गार्डन्स में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ होने वाला मैच 'करो या मरो' का मुकाबला बन गया है।
कोलकाता टीम रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ वर्षा प्रभावित मैच में डकवर्थ-लुईस नियम के तहत तीन रन से हारकर इस संकट में फँस गई है1 उसने अब तक 11 मैचों में से पाँच जीते हैं और छह हारे हैं। वह दस अंकों के साथ अंक तालिका में छठे स्थान पर है।
उसके पास अब तीन मैच बचे हैं1 उसे सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए अपने ये तीनों मैच जीतने हैं। इन हालात में कोलकाता को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हर हाल में जीतना होगा, वरना वह सेमीफाइनल की होड़ से बाहर हो जाएगा।
दूसरी तरफ 10 मैचों में 8 जीत और 16 अंकों के साथ अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर बैठा राजस्थान रॉयल्स सुखद स्थिति में है। उसे सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए अपने शेष चार मैचों में से मात्र एक जीतना है। यदि वह कोलकाता के खिलाफ जीत जाता है तो उसका मंगलवार को ही सेमीफाइनल में स्थान सुनिश्चित हो जाएगा।
कोलकाता को अपने पिछले दो मैचों में मुंबई में मुंबई इंडियन्स से और ईडन गार्डन्स में चेन्नई सुपर किंग्स से पराजय झेलनी पड़ी है। इन लगातार पराजयों के बावजूद कोच जॉन बुकानन का मानना है कि उनकी टीम अपने शेष तीन मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुँच सकती है।
बुकानन बेशक जो भी दावा करें, लेकिन उन्हें यह मानना होगा कि उनकी टीम की बल्लेबाजी स्तरीय गेंदबाजी आक्रमण के सामने बिखर जाती है। न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेंडन मैकुलम के स्वदेश लौट आने के बाद उनके पास कोई विस्फोटक बल्लेबाज नहीं बचा है।
ऑस्ट्रेलिया के डेविड हसी ने जरूर चमक दिखाई है लेकिन उनके जल्दी आउट होने पर टीम पर दबाव आ जाता है। कप्तान सौरव गांगुली टीम को करिश्माई नेतृत्व नहीं दे पा रहे हैं। बल्ले से भी वह एक-दो ही अच्छी पारी खेल पाए है।
पाकिस्तान के सलमान बट्ट ने रविवार को जरूर 73 रन की पारी खेली थी लेकिन वह शुरुआत में तेजी नहीं दिखा पाए थे, जिसका कोलकाता को नुकसान उठाना पड़ गया। यदि यह थोड़ा भी तेज खेले होते तो चेन्नई की पारी में आठ ओवर के बाद वर्षा के कारण खेल रोके जाने के समय कोलकाता टीम डकवर्थ-लुईस नियम के तहत आगे होती और मैच उसकी झोली में आ जाता1
कोलकाता को यदि यह मैच जीतना है तो उसे इसमें मैकुलम जैसी विस्फोटक पारी की जररत होगी और गांगुली, हसी या बट में से किसी को यह करिश्मा करना होगा।
कोलकाता को यदि राजस्थान को रोकना है तो उसे शोएब अख्तर और ईशांत शर्मा की अपनी तूफानी जोड़ी से जोरदार प्रदर्शन की उम्मीद करनी होगी। गांगुली राजस्थान को चौंकाने के लिए श्रीलंका के प्रतिभाशाली स्पिनर अजंता मेडिस को टीम में शामिल कर सकते हैं, जिन्हें हाल में ही नाइट राइडर्स टीम में लिया गया है1
राजस्थान रॉयल्स ने अपने मैदान में कोलकाता को हराया था और वह टूर्नामेंट में नौंवी जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में पहुँचने वाली पहली टीम बनने के लिए बेताब है।
कप्तान और कोच शेन वार्न की अगुवाई में राजस्थान की टीम ने लगातार हैरतअंगेज प्रदर्शन किया है। वॉर्न की कप्तानी की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने सबसे कमजोर समझी जा रही टीम को एक सूत्र में पिरोकर उसे टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम बना दिया है।
वॉर्न, ग्रीम स्मिथ, शेन वॉटसन, सोहैल तनवरी, मोहम्मद कैफ, यूसुफ पठान और मुनाफ पटेल की मौजूदगी में राजस्थान की टीम काफी सशक्त है लेकिन ट्वेंट-20 में किसी भी दिन उलटफेर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
दोनों टीमों को इस मैच में आसमान पर भी नजर रखनी होगी। वर्षा की संभावना की स्थिति में पहले खेलते या लक्ष्य का पीछा करते समय उन्हें डकवर्थ-लुईस नियम को भी अपने निशाने पर रखना होगा।