स्थानीय पुलिस ने आज कहा कि वह उन दो चीयरगर्ल्स की शिकायत की जाँच करेगी, जिन्होंने आरोप लगाया था कि पिछले महीने आईपीएल मैच के दौरान उन्हें काम करने से रोका गया था।
मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रणबीरसिंह खत्रा ने कहा कि हमें दो अश्वेत चीयरगर्ल्स की तरफ से शिकायत मिली है कि उन्हें प्रदर्शन करने से रोका गया था। मुझे यह शिकायत मेरे आधिकारिक ईमेल आईडी पर मिली है और मैंने इसकी जांच पुलिस उपाधीक्षक (शहर) से कराने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और जाँच के बाद इस पर कार्रवाई की जाएगी। इन दो चीयरगर्ल्स ने आरोप लगाया था कि उन्हें पीसीए स्टेडियम में 19 अप्रैल को खेले गए मैच में प्रदर्शन करने से रोका गया था।
बीसीसीआई के संयुक्त सचिव एमपी पांडोव ने इससे पहले कहा कि यदि चीयरगर्ल्स आईपीएल या बीसीसीआई के पास शिकायत दर्ज करती हैं तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है।
इस बीच सिखों के एक समूह कालीधार सेवक जत्था और अन्य धार्मिक संस्थाओं ने आईपीएल मैचों के दौरान स्टेडियम में कथित तौर पर शराब और धूम्रपान के उपयोग के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने किंग्स इलेवन पंजाब के मालिकों में से एक नेस वाडिया का पुतला भी जलाया।
पंजाब क्रिकेट संघ के अध्यक्ष आईएस बिंद्रा ने कहा कि पीसीए के पास स्टेडियम में शराब वितरित करने का वैध लाइसेंस है।