रीयल स्टेट की बड़ी कंपनी डीएलएफ ग्रुप 200 करोड़ रुपए की बोली लगाकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टाइटल प्रायोजक बनी।
आईपीएल के अध्यक्ष और आयुक्त ललित मोदी ने कहा कि चार बोली लगाने वालों में से एक ने नाम बाहर ले लिया और तीन कंपनी दौड़ में बनी रहीं।
मोदी ने कहा डीएलएफ ने 200 करोड़ रुपए में बोली अपने नाम कर ली। अब से अगले पाँच वर्षों के लिए इसे 'द डीएलएफ इंडियन प्रीमियर लीग' कहा जाएगा।
डीएलएफ के अलावा तीन अन्य बोली लगाने वाली कंपनियां पर्सेप्ट डी मार्क डब्ल्यूएसजी के साथ हीरो होंडा और 21 सेंचुरी थी। इसमें से 21 सेंचुरी ने बोली से अपना नाम वापस ले लिया क्योंकि वे उत्पाद श्रेणी की चर्चा के लिए अतिरिक्त समय चाहते थे।
मोदी ने कहा कि बोली 125 करोड़ रुपए से शुरू हुई। उन्होंने कहा हमने उनके नाम बाहर लेने के आग्रह को स्वीकार किया क्योंकि वे उत्पाद श्रेणी और विशिष्टता के लिए 24 घंटे चाहते थे। नियमों के अनुसार उन्हें बोली के समय में ही इन सबको देखना चाहिए था।