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दिल्ली को अब दुआओं का सहारा

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नई दिल्ली (भाषा) , सोमवार, 26 मई 2008 (10:26 IST)
दिल्ली डेयर डेविल्स की एक जीत ने इंडियन प्रीमियर लीग को रोमांच के उस मोड़ पर पहुँचा दिया है, जहाँ मुंबई इंडियन्स या चेन्नई सुपर किंग्स की एक हार पर पटाखों की आवाज जीतने वाली टीमों के घरेलू शहरों के बजाय दिल्ली में गूँजेगी।

दिल्ली की टीम अब उस मुकाम पर खड़ी है जहाँ उसे कोई मैच नहीं खेलना है, लेकिन उसका भाग्य दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर टिका है। यह अगर-मगर का बहुत बड़ा जाल भी नहीं है। उसका समीकरण बिल्कुल सरल है।

या तो चेन्नई सुपर किंग्स मंगलवार को होने वाले मुकाबले में लचर फार्म में चल रही डेक्कन चार्जर्स से हार जाए या फिर मुंबई इंडियन्स की टीम राजस्थान रॉयल्स और बेंगलोर चैलेंजर्स के खिलाफ होने वाले मैच में से किसी एक में पिट जाए।

डेयर डेविल्स के कप्तान वीरेंद्र सहवाग भी इस बात को समझते हैं कि अब दुआ के अलावा उनके पास करने के लिए कुछ नहीं है और वे पूरी तरह से दूसरी टीमों के परिणामों पर निर्भर हैं। उन्होंने मुंबई के खिलाफ पाँच विकेट की रोमांचक जीत के बाद कहा कि हम अगले चार दिन में दुआ के अलावा कुछ नहीं कर सकते हैं और हम ईश्वर से चेन्नई और मुंबई में से किसी एक की हार की दुआ करेंगे।

आईपीएल की अभी की अंक तालिका के हिसाब से राजस्थान रॉयल्स 12 मैच में 20 अंक लेकर चोटी पर बना हुआ है। उसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब का नंबर आता है, जिसके 12 मैच में 18 अंक हैं। यह दोनों टीमें सेमीफाइनल में जगह बना चुकी हैं।

असली रोमांच सेमीफाइनल की बाकी दो टीमों को लेकर बना हुआ है। दिल्ली डेयर डेविल्स ने अपने सभी 14 लीग मैच खेल लिए हैं और वह 15 अंक लेकर तीसरे नंबर पर है। महेंद्रसिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स के 13 मैच में 14 अंक हैं और अब या तो जीत उसे सेमीफाइनल में पहुँचा सकती है या फिर वह तभी अंतिम चार में पहुँच पाएगी जब मुंबई इंडियन्स अपने दोनों मैच गँवा बैठे।

यदि सचिन तेंडुलकर की टीम एक मैच जीत जाए और एक मैच में उसे हार मिलती है तो फिर दिल्ली सेमीफाइनल में पहुँच जाएगा। चेन्नई की हार पर भी वीरेंद्र सहवाग की टीम अंतिम चार में होगी लेकिन ऐसी दशा में तेंडुलकर और धोनी दोनों की टीम के 14-14 अंक हो जाएँगे और तब नेट रन रेट से आकलन किया जाएगा।

नेट रन रेट में अभी चेन्नई की टीम मुंबई से पीछे है। चेन्नई सुपर किंग्स का नेट रन रेट -0.241 है जबकि मुंबई +0.590 है। मुंबई की टीम का मजबूत पहलू यह है कि उसे अभी दो मैच खेलने हैं और वह इनमें से एक में जीतने पर भी अपना रन रेट सुधार सकती है।

फिलहाल आईपीएल में अब सबकी निगाहें कल राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियन्स के बीच जयपुर में होने वाले मैच पर टिकी रहेंगी। यदि रॉयल्स अपना विजय अभियान जारी रखता है तो दिल्ली सेमीफाइनल में पहुँच जाएगा और मुंबई की मुश्किलें बढ़ जाएँगी।

मुंबई की आस हालाँकि यहीं पर नहीं टूटेगी क्योंकि तब सहवाग नहीं बल्कि सचिन के खिलाड़ी डेक्कन चार्जर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होने वाले मैच में हैदराबाद की टीम की जीत की दुआ करेंगे।

ऐसे में आईपीएल का सारा रोमांच हैदराबाद में होने वाले इस मैच पर टिक जाएगा। यदि इसमें चेन्नई हार जाता है तो फिर मुंबई को सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए 28 मई को बेंगलुरु में चैलेंजर्स को हराना होगा। तब धोनी की टीम तेंडुलकर की टीम की हार के लिए दुआ करेगी।

मुंबई को वैसे आशा है जिस तरह से उसने लगातार चार मैच गँवाने के बाद लगातार छह मैच जीते उसी तरह वह अगले दोनों मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुँच जाएगी। टीम के बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने कहा कि आपको याद होगा कि हम शुरू में लगातार चार मैच हार गए थे लेकिन हमने अच्छी वापसी करके लगातार छह मैच जीते। हमारे ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत अच्छा है और अगले मैचों में भी हमारी टीम पर कोई दबाव नहीं रहेगा।

आईपीएल में दुआओं और रोमांच के इस खेल में अगले तीन दिन काफी महत्वपूर्ण होंगे। डेक्कन चार्जर्स और चैलेंजर्स सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गए हैं लेकिन देखना है कि क्या वह किसी दूसरे की पार्टी भी खराब करते हैं या नहीं। कोलकाता नाइट राइडर्स भी बाहर हो गई है, लेकिन उसकी हार या जीत से किसी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

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