दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ गुरुवार को यहाँ आईपीएल ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के एक मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किए जाने पर सवाल उठाया गया।
चेन्नई टीम की चार विकेट से रोमांचक जीत के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में जब धोनी को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया तो दर्शकों और पत्रकारों ने इस पर हैरत जताई।
धोनी ने इस मैच में संघर्ष करते हुए 33 रन बनाए थे और कोई यह उम्मीद नहीं कर रहा था कि उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया जाएगा, क्योंकि उनकी टीम की पारी में ओपनर विद्युत शिवरामाकृष्णन ने 40 रन और स्टीफन फ्लेमिंग ने 44 रन बनाए थे, जबकि एल्बी मोर्कल ने मात्र 15 गेंदों पर 30 रन की धुँआधार पारी खेली थी और गेंदबाजी में 35 रन देकर दो विकेट लिए थे।
मोर्कल ने दिल्ली के कप्तान वीरेंद्र सहवाग के एक ओवर में तीन छक्के सहित 23 रन बटोरे थे और इस एक ओवर ने मैच का रुख काफी हद तक चेन्नई के पक्ष में मोड़ दिया था।
यह माना जा रहा था कि मोर्कल का ऑल राउंड प्रदर्शन उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' दिला देगा, लेकिन जब धोनी के नाम की घोषणा हुई तो पत्रकारों के बीच हर कोई एक-दूसरे से पूछ रहा था कि आखिर धोनी को 'मैन ऑफ द मैच' क्यों दिया गया?
मैच के बाद मोर्कल ने धोनी को 'मैन ऑफ द मैच' दिए जाने के बारे में कहा कि धोनी एक महान खिलाड़ी हैं और उनकी क्षमता पर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए।