किंग्स इलेवन पंजाब को चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों शनिवार रात यहाँ वानखेड़े स्टेडियम में नौ विकेट की करारी पराजय झेलने के बाद अहसास हो रहा होगा कि उन्होंने पंजाब के तेज गेंदबाज मनप्रीत गोनी को टीम में न चुनकर कितनी बड़ी गलती की।
आईपीएल टूनामेंट शुरू होने से पहले गोनी को शायद ही कोई भारतीय क्रिकेट प्रेमी जानता होगा, लेकिन आज उनका नाम सबकी जुबान पर चढ गया है।
6 फुट 4 इंच लंबे गोनी ने सेमीफाइनल में कुमार संगकारा और पंजाब के कप्तान युवराजसिंह के विकेट लेकर किंग्स इलेवन पंजाब को शुरूआत में ही झकझोर दिया। हालाँकि 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार जेम्स होप्स और शॉन मार्श का विकेट लेने वाले मखाया एंतिनी को मिला, लेकिन इस पुरस्कार के लिए गोनी भी एंतिनी जितने ही हकदार थे।
24 वर्षीय गोनी ने अपने पाँच प्रथम श्रेणी मैचों में सिर्फ 13 विकेट लिए हैं, लेकिन आईपीएल के लीग मैचों में उन्होंने 14 विकेट हासिल किए, जो कोलकाता नाइट राइडर्स टीम द्वारा तीन करोड़ 80 लाख रुपए में खरीदे गए ईशांत शर्मा से दोगुना ज्यादा थे।
फाइनल से पहले तक वह 16 विकेट लेकर आईपीएल में तीसरे सर्वश्रेष्ठ भारतीय गेंदबाज हैं। उनसे आगे पीयूष चावला (17 विकेट) और शांतकुमारन श्रीसंथ (19 विकेट) हैं, लेकिन चावला और श्रीसंथ की पंजाब टीम सेमीफाइनल से बाहर हो चुकी है।
उनके इसी प्रदर्शन की बदौलत बांग्लादेश दौरे और एशिया कप के लिए टीमों के चुने जाने के समय उनके नाम पर भी विचार किया गया, जिससे साबित होता है कि इस युवा तेज गेंदबाज के लिए राष्ट्रीय टीम में आने का रास्ता जल्दी खुल सकता है।
गोनी भाग्यशाली रहे थे कि चेन्नई के पहली पसंद तेज गेंदबाज सुदीप त्यागी चोटिल हो गए थे और वीबी चंद्रशेखर ने गोनी की प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें टीम में शामिल कर लिया। गोनी ने न केवल अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है, बल्कि उन्होंने जरूरत पड़ने पर जोरदार छक्के लगाकर भी अपनी टीम को जीत दिलाई है।
गोनी आईपीएल में अपने प्रदर्शन से अन्य भारतीय तेज गेंदबाजों इरफान पठान, आरपी सिंह, मुनाफ पटेल, जहीर खान और प्रवीण कुमार पर भारी पड़े हैं।