इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फ्रेंचाइजी टीमों के खरीददारों ने कहा कि उनका लक्ष्य केवल पैसा कमाना ही नहीं है बल्कि वे घरेलू स्तर पर खेल का स्तर सुधारने का प्रयास भी कर रहे हैं।
बीसीसीआई के 18 अप्रैल से प्रारंभ होने वाले पहले आईपीएल ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के लिए 75 भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के लिए बोली लगाने के लिए फिल्मी सितारे शाहरुख खान, प्रीति जिंटा और प्रमुख उद्योगपति विजय माल्या मौजूद थे।
इस टूर्नामेंट से उन्हें होने वाले फायदे के बारे में पूछे जाने पर कोलकाता की टीम खरीदने वाले शाहरुख ने कहा कि मैं इस खेल को ऊँचाइयों पर ले जाना चाहता हूँ। मैं चाहता हूँ कि युवा इसे बतौर पेशा अपनाएँ। फ्रेंचाइजी खरीदने वाला कोई भी व्यक्ति इसे व्यवसाय के रूप में नहीं ले रहा है।
उन्होंने कहा कि हम देश में खेलों का संस्कार विकसित करना चाहते हैं और क्रिकेट से जुड़ने से बेहतर क्या हो सकता है। मैं बचपन से ही खेलों के प्रति आकर्षित रहा हूँ। मुझे नहीं पता कि मैं अपने उद्देश्य में सफल रहूँगा या नहीं लेकिन मैं कुछ नई योजनाएँ बनाना चाहता हूँ।
मोहाली टीम की सह खरीददार प्रीति जिंटा ने कहा कि आईपीएल से देश में घरेलू क्रिकेट का स्तर सुधरेगा। हम इस आयोजन का हिस्सा बनकर खुश हैं। मैं अपनी टीम से संतुष्ट हूँ।
बेंगलुरू टीम के मालिक विजय माल्या ने कहा कि आईपीएल में सबसे अच्छी बात यह है कि इससे युवाओं को पैसा कमाने का मौका मिलेगा साथ ही उन्हें अपने खेल को सुधारने का भी पर्याप्त समय मिलेगा।
माल्या के मुताबिक मैं घरेलू खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में मौका देना चाहता हूँ। वे अंतरराष्ट्रीय सितारों के साथ खेलेंगे जिससे उनके खेल के स्तर में भी सुधार होगा।