मिस्बाह उल हक को अंतिम एकादश में जगह न देने के कारण बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स ने अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी चारू शर्मा को उनके पद से हटाया, जबकि इस पाकिस्तानी खिलाड़ी की अनदेखी के लिए माफी माँगने के बाद कोच वेंकटेश प्रसाद नौकरी बचाने में सफल रहे।
यह दावा यहाँ के अखबार 'द जंग' में किया गया है। पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक आईपीएल के कुछ मैचों में मिस्बाह को बाहर बैठाने के फैसले के कारण शर्मा को पद गँवाना पड़ा। प्रसाद के भी बाहर जाने की संभावना बन रही थी, लेकिन उन्होंने माफी माँगकर अपनी नौकरी बचा ली।
इस पाकिस्तानी दैनिक के मुताबिक बेंगलोर टीम के मालिक विजय माल्या ने प्रसाद को भी हटा दिया था, लेकिन कोच ने बाद में माफी माँगी और सभी चीजों को ठीक करने की बात कही, जिसके बाद उनको हटाने का फैसला वापस किया गया। हालाँकि प्रसाद से कहा गया है कि उनके काम पर नजर रखी जा रही है।