कामयाबी के रथ पर सवार युवराजसिंह की किंग्स इलेवन पंजाब आईपीएल के ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के शनिवार को यहाँ वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में महेन्द्रसिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ बुलंद हौसलों के साथ मैदान में उतरेगी।
दूसरे सेमीफाइनल मैच को भारतीय एकदिवसीय तथा ट्वेंटी-20 टीम के कप्तान धोनी और उनके नायब युवराज के बीच मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है। यह मुकाबला जोरदार होने की पूरी उम्मीद है मगर बेहतरीन बल्लेबाजों से सजी किंग्स इलेवन पंजाब का पलड़ा भारी माना जा रहा है। अपने आखिरी लीग मैच में टूर्नामेंट की शीर्ष टीम राजस्थान रॉयल्स को बडे अंतर से हराने के बाद पंजाब का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है।
टूर्नामेंट के शुरुआती मैचों में टीम में जगह नहीं पाने वाले पंजाब के ओपनर शॉन मार्श ने मौका मिलने पर जबर्दस्त बल्लेबाजी की है। उनका उदय आईपीएल के मंथन से निकले रत्न के रूप में देखा जा रहा है।
अपने आक्रामक और शास्त्रीय शॉटों के जरिये टीम को जीत दिलाकर मार्श ने दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों में अपनी अलग जगह बना ली है। आईपीएल के 10 मैचों में 593 रन बना चुका पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया का यह खब्बू बल्लेबाज अगर सेमीफाइनल में भी चल निकला तो चेन्नई के पसीने छूटना तय है।
उधर आईपीएल के सबसे महँगे खिलाड़ी धोनी पर जहाँ अपने रणकौशल से टीम को फाइनल में पहुँचाने का दबाव होगा वहीं उन्हें अपनी बल्लेबाजी के जरिये भी टीम की नैय्या पार लगाने में अहम भूमिका अदा करनी होगी।
बेहद ठंडे दिमाग के खिलाड़ी माने जाने वाले धोनी को दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है और धोनी की यह छवि लोगों के जेहन में सेमीफाइनल मैच की रोमांचक तस्वीर खींचती है।
पंजाब की बल्लेबाजी उसकी प्रमुख शक्ति है। उसके पास मार्श के अलावा श्रीलंका के विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार संगकारा, ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर जेम्स होप्स, श्रीलंकाई कप्तान माहेला जयवर्द्धने समेत बेहतरीन बल्लेबाजों की लम्बी जमात है।
कप्तान युवराज भी राजस्थान के खिलाफ टीम के अंतिम लीग मैच में महज 16 गेंदों में 49 रन बनाकर फॉर्म में आ चुके हैं। इससे पहले पूरे टूर्नामेंट के दौरान उनका बल्ला खामोश था। ऐन वक्त पर युवी का फॉर्म में आना भी धोनी की चेन्नई टीम के लिये खतरे की घंटी है1
किंग्स इलेवन पंजाब का गेंदबाजी पक्ष भी काफी मजबूत है। उसके पास इरफान पठान शांतकुमारन श्रीसंथ, वीआरवी सिंह और पीयूष चावला के रूप में बेहतरीन गेंदबाज भी हैं जो विपक्षी बल्लेबाजों की नाक में दम करने की कूवत रखते हैं। लेग स्पिनर पीयूष चावला ने हालाँकि बहुत प्रभावित नहीं किया है लेकिन जरूरत के वक्त विकेट निकालने की उनकी योग्यता के सभी कायल हैं।
दूसरी ओर टूर्नामेंट की अंक तालिका में राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बाद तीसरे नम्बर पर खड़ी धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स को पंजाब के खिलाफ दूसरे सेमीफाइनल में अपने खेल के स्तर को और ऊँचा करना होगा। टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत के बाद 'करो या मरो' को मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में पहुँचे धोनी के शेरों को अपने अगले मुकाबले में जबर्दस्त खेल का प्रदर्शन करना होगा।
चेन्नई को न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग की गैर मौजूदगी खलेगी। उनकी गैर मौजूदगी में शिवरामकृष्णन विद्युत के साथ विकेटकीपर पार्थिव पटेल या अनिरुद्ध श्रीकांत को ओपनिंग का जिम्मा दिए जाने की सम्भावना है।
सुपर किंग्स का शीर्ष क्रम पंजाब के मुकाबले निश्चित रूप से कमजोर लगता है, मगर सुरेश रैना, सुब्रमण्यम बद्रीनाथ, कप्तान धोनी और दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर एल्बी मोर्कल की मौजूदगी में उसका मध्यक्रम पंजाब की तुलना में बीस नजर आता है।
मखाया एंतिनी, एल्बी मोर्कल, लक्ष्मीपति बालाजी और मुथैया मुरलीधरन की मौजूदगी में चेन्नई की गेंदबाजी मजबूत तो दिखती है मगर इनमें से ज्यादातर गेंदबाज अपने स्तर के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके हैं।
टूर्नामेंट में एक हैट्रिक लेने के अलावा कुछ खास नहीं कर पाए एनतिनी को जहाँ सेमीफाइनल के महत्वपूर्ण मुकाबले में अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी वहीं अब तक बुझा हुआ प्रदर्शन करने वाले मुरलीधरन पर भी अपनी फिरकी के जाल में विपक्षी बल्लेबाजों को फँसा अपनी छवि के साथ न्याय करने का दबाव होगा1
बहरहाल, आईपीएल में एक और जोरदार मुकाबले का मंच तैयार है। अब देखना यह है कि धोनी के शेरों और युवराज के जाँबाज के बीच इस मुकाबले में बाजी किसके हाथ लगती है।