गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद सुरेश रैना के धमाकेदार नाबाद अर्धशतक से चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में आज यहाँ डेक्कन चार्जर्स को सात विकेट से हराकर सेमीफाइनल की दौड़ में मुंबई इंडियन्स को पछाड़ दिया। चेन्नई की टीम 14 मैचों में आठ जीत से 16 अंकों के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश करने वाली अंतिम टीम बनी। राजस्थान रॉयल्स (22 अंक), किंग्स इलेवन पंजाब (18 अंक) और दिल्ली डेयर डेविल्स (15 अंक) पहले ही अंतिम चार में जगह बना चुके हैं। चेन्नई की जीत के साथ ही मुंबई इंडियन्स (12 अंक) की सेमीफाइनल में पहुँचने की उम्मीद धूमिल हो गई।
रैना और कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने जीवनदानों का फायदा उठाते हुए चौथे विकेट के लिए 6.5 ओवर में 55 रन जोड़कर टीम की जीत की नींव रखी। सुपर किंग्स ने 19.2 ओवर में तीन विकेट पर 148 रन बनाकर जीत दर्ज की। रैना ने 43 गेंद की अपनी पारी में पाँच चौके और दो छक्के जड़े जबकि धोनी ने 25 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का मारा।
आरपी सिंह ने 19वें ओवर में अपनी गेंद पर उस समय रैना का कैच छोड़ दिया, जब वह 47 रन बनाकर खेल रहे थे। रैना ने विजयकुमार की गेंद पर छक्का उड़ाकर टीम को जीत दिलाई और अपना अर्धशतक पूरा किया। डेक्कन की राजीव गाँधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियन पर सात मैचों में यह सातवीं हार है और वह आईपीएल में ऐसी एकमात्र टीम है, जो अपने घरेलू मैदान पर एक भी मैच जीतने में सफल नहीं हो सकी है।
डेक्कन चार्जर्स ने इससे पहले वेणुगोपाल राव (46) और रवि तेजा (40) की उम्दा पारियों की मदद से आठ विकेट पर 147 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। डेक्कन ही हार के लिए हालाँकि लचर क्षेत्ररक्षण भी जिम्मेदार रहा और टीम ने कम से कम तीन आसान कैच छोड़े।
डेक्कन के 147 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स को पार्थिव पटेल (20) और स्टीफन फ्लेमिंग (14) की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 26 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई।
फ्लेमिंग पहले ही ओवर में उस समय भाग्यशाली रहे जब तेज गेंदबाज आरपी सिंह की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट और पहली स्लिप में खड़े स्काट स्टायरिस के बीच से निकल गई।
फ्लेमिंग हालाँकि इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और तेज गेंदबाज विजयकुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। पार्थिव ने इसके बाद सुरेश रैना के साथ दूसरे विकेट के लिए 34 रन जोड़े। पार्थिव हालाँकि जब अच्छी लय में दिख रहे थे तब सर्वेश कुमार की बाहर जाती गेंद से छेड़छाड़ के प्रयास में कवर में अफरीदी को कैच थमा बैठे। उन्होंने 27 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे।
महेंद्रसिंह धोनी अगली ही गेंद पर पैवेलियन लौट जाते लेकिन सर्वेश कुमार चेन्नई के कप्तान के तेज शॉट को लपकने में नाकाम रहे और गेंद चार रन के लिए सीमा रेखा के पार चली गई। धोनी और रैना ने इसके बाद बिना कोई जोखिम उठाए स्कोर को आगे बढ़ाया।
दोनों बल्लेबाजों ने हालाँकि खराब गेंद को बाउंड्री के बाहर पहुँचाने में भी कोई कोताही नहीं बरती। धोनी ने स्पिनर प्रज्ञान ओझा पर लांग ऑन पर छक्का जड़ा जबकि रैना ने भी कप्तान के नक्शेकदम पर चलते हुए शाहिद अफरीदी पर मिडविकेट के ऊपर से छह रन बटोरे।
धोनी हालाँकि ओझा की गेंद पर एक और छक्का मारने के प्रयास में लांग ऑन में गिब्स को कैच थमा बैठे। टीम का स्कोर इस समय चार विकेट पर 115 रन था। रैना और एल्बी मोर्कल (नाबाद 12) ने इसके बाद धैर्य से बल्लेबाजी करते हुए टीम को जीत तक पहुँचाया।
सेमीफाइनल में अब राजस्थान रॉयल्स का मुकाबला दिल्ली डेयर डेविल्स जबकि किंग्स इलेवन पंजाब का मुकाबला सुपर किंग्स से होगा। इससे पूर्व टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स को कप्तान एडम गिलक्रिस्ट (5) और हर्शल गिब्स (8) की सलामी जोड़ी अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रही।
मखाया एंटिनी ने गिब्स को लक्ष्मीपति बालाजी के हाथों कैच कराकर मेजबान टीम को पहला झटका दिया। टीम अभी इस झटके से उबरी भी नहीं थी कि मनप्रीत गोनी ने गिलक्रिस्ट को पैवेलियन भेज दिया। गिलक्रिस्ट ने गोनी की बाहर जाती गेंद को कट करने का प्रयास किया जो उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर थर्ड मैन पर अभिनव मुकुंद के हाथों में चली गई। डेक्कन चार्जर्स इस समय 15 रन पर दो विकेट गँवाकर संकट में था।
वेणुगोपाल राव और स्काट स्टायरिस (20) ने तीसरे विकेट के लिए 42 रन जोड़कर टीम को संभालने का प्रयास किया, लेकिन यह दोनों बल्लेबाज रन गति बढ़ाने में विफल रहे। डेक्कन चार्जर्स के बल्लेबाजों की परेशानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टीम पावर प्ले के छह ओवरों में सिर्फ 26 रन ही जोड़ सकी जिसमें मात्र तीन चौके शामिल हैं।
स्टायरिस उस समय भाग्यशाली रहे जब बालाजी की गेंद पर एंटिनी उनका एक मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहे। सुपर किंग्स को हालाँकि इसका अधिक नुकसान नहीं उठाना पड़ा और मुथैया मुरलीधरन ने अगली ही गेंद पर उनका मिडिल स्टंप उखाड़ दिया। स्टायरिस ने 20 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके जड़े।
वेणुगोपाल और रवि तेजा की जोड़ी भी रन गति बढ़ाने में विफल रही। ये दोनों बल्लेबाज तीन ओवर तक एक भी गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने में नाकाम रहे। वेणुगोपाल ने 14वाँ ओवर करने आए बालाजी पर एक्ट्रा कवर के ऊपर से छक्का जड़कर बाउंड्री के सूखे को खत्म किया। रवि तेजा एंटिनी की लगातार गेंद पर चौका और छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाए। तेज गेंदबाज एल्बी मोर्कल ने हालाँकि अगले ओवर में मेजबान टीम को तिहरा झटका दिया।
पारी के 19वें ओवर की तीसरी गेंद में मोर्कल ने रवि तेजा को मिड विकेट पर मुकुंद के हाथों कैच कराया। अगली ही गेंद पर वेणुगोपाल भी दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट होकर पैवेलियन लौटे। मोर्कल ने अगली गेंद पर अर्जुन यादव (0) को भी बोल्ड कर दिया। आरपी सिंह ने मोर्कल की अंतिम गेंद पर छक्का जड़ा।
वेणुगोपाल और रवि तेजा ने चौथे विकेट के लिए 76 रन जोडे़। वेणुगोपाल ने अपनी पारी में 46 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का जड़ा जबकि रवि तेजा ने 28 गेंद में चार चौके और एक छक्का मारा। डेक्कन चार्जर्स ने अंतिम तीन ओवर में 35 रन जोड़ लेकिन साथ ही पाँच विकेट भी गँवाए। चेन्नई की ओर से बालाजी ने 34 जबकि मोर्कल ने 37 रन देकर दो विकेट चटकाए।