इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अपने पहले मैच में ही दमदार प्रदर्शन करके आलोचकों को करारा जवाब देने वाले शोएब अख्तर ने यह करिश्माई प्रदर्शन फिर से उसी ईडन गार्डन्स पर किया जिसमें नौ साल पहले पाकिस्तान के इस तेज गेंदबाज को अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिली थी।
अख्तर ने तमाम झंझावतों से जूझने के बाद जब कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से आईपीएल में अपना पहला मैच खेला तो दिल्ली डेयर डेविल्स के शीर्ष क्रम को झकझोर कर रख दिया तथा तीन ओवर में 11 रन देकर चार विकेट लिए।
इस विवादास्पद गेंदबाज ने भारतीय क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले ईडन गार्डन्स पर पहली बार ऐसा करिश्माई प्रदर्शन नहीं किया। इससे पहले भी वह अपना जलवा यहाँ दिखा चुके हैं।
शोएब ने 1999 में एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप के मैच में लगातार गेंद पर राहुल द्रविड़ का लेग स्टंप और सचिन तेंडुलकर का मिडिल स्टंप उखाड़कर खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर का गेंदबाज साबित किया था।
अख्तर का वह नौवां टेस्ट मैच था और जब उन्होंने इन दो लेटस्विंग यॉर्कर गेंदों से मैच का नक्शा पलटा तब भारत बहुत अच्छी स्थिति में था। भारत आखिर में यह मैच 46 रन से हार गया था।
द्रविड़ ने बाद में एक साक्षात्कार में इन दो गेंद का विशेष जिक्र किया था। उन्होंने तब कहा था कि ड्रिंक्स के बाद पहली गेंद मैंने उसके हाथ से छूटते हुए देखी थी। वह ओवर पिच लग रही थी। यह उस दिन की मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ गेंद थी।
उन्होंने आगे कहा था कि मैं अभी ड्रेसिंग रूम में अच्छी तरह से बैठा भी नहीं था कि खूब शोर उठने के बाद एकदम से सन्नाटा सा छा गया। मैंने टेलीविजन की तरफ देखना चाहा लेकिन उसकी जरूरत नहीं पड़ी। आप अनुमान लगा सकते थे कि क्या हुआ। टीवी पिक्चर्स थोड़ी देर में आती है और मैंने देखा कि सचिन बोल्ड हो गए है। यह पहली से बेहतर गेंद थी। इन दो गेंद ने मैच का रुख बदल दिया।
भारत ने इस मैच में जवागल श्रीनाथ की शानदार गेंदबाजी (मैच में 13 विकेट) से अच्छी पकड़ बना रखी थी लेकिन शोएब ने दोनों पारियों में चार-चार विकेट लेकर मैच का रुख पाकिस्तान के पक्ष में मोड़ दिया था। विशेषकर उनकी दो गेंदों ने भारतीय बल्लेबाजों के दिल में जो खौफ पैदा किया उससे वह उबर नहीं पाए।
इस मैच में पाकिस्तान के विकेटकीपर रहे मोइन खान ने भी इन दोनों गेंद को सर्वश्रेष्ठ करार दिया था। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था कि मुझे वे दोनों गेंद अच्छी तरह याद हैं विशेषकर दूसरी गेंद जिस पर सचिन आउट हुए।
जब सचिन आए तो दर्शक शोर मचाने लगे। दर्शकों ने खडे़ होकर उनका अभिवादन किया। मेरे हिसाब से यह उन दोनों में बेहतर गेंद थी। उस पर सचिन का मिडिल स्टंप हवा में लहरा गया था।