शोएब अख्तर के डॉक्टर और ट्रेनर डॉ. तौसीफ रज्जाक ने पाकिस्तानी अखबार के उस दावे को बकवास बताया है, जिसके मुताबिक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने के लिए भारत रवाना होने से पहले हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों को इस तेज गेंदबाज के सामान से बड़ी संख्या में खाली सीरींज मिली थी।
रज्जाक ने कहा कि यह रिपोर्ट गलत है और ऐसा कुछ नहीं हुआ। रज्जाक ने कहा यह रिपोर्ट कि शोएब ने कस्टम अधिकारियों से कहा कि वह डायबटीज से पीड़ित हैं और इसलिए उन्हें इंसुलिन लेने के लिए सीरींज की जरूरत पड़ती है यह गलत है। उन्हें अस्थमा है और वह इंहेलर का इस्तेमाल करते हैं जिसके लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की इजाजत मिली हुई है।
विश्व डोपिंग रोधी संस्था (वाडा) के अधिकारियों के आईपीएल में खेलने वाले खिलाड़ियों के डोप परीक्षण के लिए भारत पहुंचने से दो दिन पहले शोएब से संबंधित खबर 'दैनिक नेशन' में छपी थी।
आईपीएल को आईसीसी की मान्यता मिली हुई है लेकिन विश्व में खेल की संचालन समिति की डोपिंग नीति इस टूर्नामेंट पर लागू नहीं होती लेकिन अधिकारियों ने पहल करते हुए वाडा के विशेषज्ञों से डोप परीक्षण कराने का फैसला किया।
रज्जाक ने कहा कि शोएब के प्रदर्शन में सुधार करने वाली दवाएं लेने की खबरें गलत हैं। रज्जाक ने कहा ऐसी कोई भी धारणा गलत है। शोएब को सांस लेने में तकलीफ होती है जिसके लिए वह इंहेलर का इस्तेमाल करता है।
उन्होंने कहा मैंने शोएब से बात की और उन्होंने बताया कि कस्टम अधिकारियों की तलाशी के दौरान उनके पीछे चल रहे व्यक्ति के सामान में सीरींज थी और मीडिया ने इसे उनके साथ जोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि शोएब इस दैनिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की सोच रहे हैं। रज्जाक ने बताया कि आईसीसी ने शोएब को 2003 विश्व कप से इंहेलर के इस्तेमाल की स्वीकृति दी हुई है।