Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(पंचमी तिथि)
  • तिथि- कार्तिक शुक्ल पंचमी
  • शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
  • व्रत/मुहूर्त-पांडव पंचमी, ज्ञान पंचमी, गुरु गोविंद सिंह पुण्य.
  • राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
webdunia
Advertiesment

यरुशलम की अल अक्सा मस्जिद, जानिए कुछ खास

हमें फॉलो करें यरुशलम की अल अक्सा मस्जिद, जानिए कुछ खास
जेरूशलम या यरुशलम बहुत ही प्राचीन शहर है। यह शहर मूल रूप से यहूदियों का शहर है लेकिन बाद में यह शहर ईसाई और मुस्लिमों के लिए भी पवित्र स्थल बन गया। इसे तीन धर्मों का मिलन स्थल भी माना जाता है। आओ जानते हैं मुस्लिमों के पवित्र स्थल अल अक्सा मस्जिद के बारे में।
 
 
यरुशलम के दो हिस्से हैं पहला न्यू सिटी और दूसरा ओल्ट सिटी। सब कुछ ओल्ड सिटी में ही है। ओल्ड सिटी चार दीवार से घिरा एक छोटा सा शहर है। इस शहर के पास ही चार दीवार से घरा टेम्पल ऑफ माउंट है। इसे मुस्लिम हरम अल शरीफ कहते हैं। अब हम जानते हैं कि इसमें क्या क्या है।
 
1. 4 क्वार्टर: टेम्पल ऑफ माउंट की दीवार के बाहर 4 क्वार्टर बने हैं- यहूदी, ईसाई, आर्मेनियाई और मुसलमान क्वार्टर। 
 
2. प्राचीन गेट: ओल्ड सिटी में प्रवेश के लिए 8 प्राचीन गेट हैं। जफा गेट (Jaffa), जिओन गेट (Zion), डंग गेट (Dung), गोल्डन गेट (Golden), लायन गेट (Lions), हेरोड्‍स गेट (Herods), दमश्क गेट (Damascus) और न्यू गेट (New gat)।
 
3. टेम्पल का गुम्बद : टेम्पल ऑफ माउंट के बीचों बीच टेम्पल का गुम्बद सोने से जड़ित है जो दूर से ही दिखाई देता है। इसी के आसपास द वेस्टर्न वॉल, अल अक्सा मस्जिद, चर्च ऑफ द होली स्कल्प्चर है और सिटी में ही राजा दाऊद का टॉवर और असंख्‍य प्राचीन कब्रें और चर्च मौजूद हैं।
 
4. टेम्पल माउंट : टेम्पल माउंट के संबंध में माना जाता है कि ईश्वर ने प्रथम आदमी की यहीं पर उत्पत्ति की थी। यहीं पर मानव के निर्माण के लिए धूल इकट्ठी हुई थी। यह स्थान मुसलमान, ईसाई और यहूदियों के लिए पवित्र स्थान है। सभी इस पर आधिपत्य चाहते हैं।
 
टेम्पल माउंट को ही डोम ऑफ द रॉक कहा जाता है। मुसलमानों की आस्था है कि डोम ऑफ द रॉक ही वह स्थान है, जहां से पैगंबर मुहम्मद साहब को नमाज के लिए पहली बार हिदायत मिली थी। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि डोम ऑद द रॉक टेम्पल माउंट और अल अक्सा मस्जिद के बीच है।
 
यह कहा जाता है कि प्राफेट मोहम्मद जेरूसलम के एक पत्थर पर खड़े होकर जम्प लगाके स्वर्ग गए थे और अल्लाह से बात करके वापस आ गए थे। तो वह जो पत्‍थर है उसके चारों तरफ जो स्ट्रक्चर बना है वह हरम अल शरीफ है। जब आप हरम अल शरीफ की तरफ जाएंगे तो यहां एक गेट है जिसको अंग्रेजी में गेट ऑफ स्केल्स कहते हैं। मुसलमान मानते हैं कि जब दुनिया का खात्मा होगा आखिरत आएगी तब फाइनल जजमेंट होगा तो इसी गेट पर आपके पाप और पुण्य तो तोलने के लिए तराजु लगी होगी। यहीं आपका फाइनल जजमेंट होगा। हरम अल शरीफ के ठीक सामने एक मस्जिद है जिसका नाम अल अक्सा है। वेलिंगवाल, अल अक्सा मस्जिद और हरमल शरीफ तीनों को मिलाकर टेम्पल माउंट कहा जाता है।
 
5. अल अक्सा मस्जिद : यरुशलम की अल अक्सा मस्जिद को 'अलहरम-अलशरीफ' के नाम से भी जानते हैं। मुसलमान इसे तीसरा सबसे पवित्र स्थल मानते हैं। उनका विश्वास है कि यहीं से हजरत मुहम्मद जन्नत की तरफ गए थे और अल्लाह का आदेश लेकर पृथ्वी पर लौटे थे। इस मस्जिद के पीछे की दीवार ही पश्चिम की दीवार कहलाती है, जहां नीचे बड़ा-सा परिसर है। इसके अलावा मुसलमानों के और भी पवित्र स्थल हैं, जैसे कुव्‍वत अल सकारा, मुसाला मरवान तथा गुम्बदे सखरा भी प्राचीन मस्जिदों में शामिल है।
 
द वेस्टर्न वॉल के पीछे अल अक्सा मस्जिद है। मस्जिद के पीछे की दीवार ही पश्चिम की दीवार कहलाती है, जहां नीचे बड़ा-सा परिसर है। यह दीवार और परिसर यहूदियों के लिए पवित्र है। यरुशलम में मुसलमानों के और भी पवित्र स्थल हैं, जैसे कुव्‍वत अल सकारा, मुसाला मरवान तथा गुम्बदे सखरा भी प्राचीन मस्जिदों में शामिल है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

22 मई 2021 : आज इन राशियों को मिलेंगे लाभ के अवसर, पढ़ें अपना भविष्यफल