अगर आप साधारण गेम खेलते-खेलते बोर हो गए हैं तो आपके लिए 'ऑनलाइन गेमिंग' नया विकल्प है। चैटिंग और ब्लॉगिंग की दुनिया में ज्यादातर समय बिताने के बाद अब 'ऑनलाइन गेमर्स' की संख्या भारत में भी बढ़ रही है। ऑनलाइन गेम का मार्केट तेजी पकड़ रहा है।
अब तक सिर्फ बच्चे और जवान ही ऑनलाइन गेम खेलते नजर आते थे, पर अब अधेड़ और बुजुर्ग भी पसंदीदा गेम खेलते दिख जाते हैं। ऑनलाइन गेम्स में हर व्यक्ति अपने आप को उस खेल का हिस्सा मानता है, जो वह खेल रहा है।
ऑनलाइन गेमिंग में सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट रहा है और इसके चाहने वाले भी ज्यादा हैं, पर अब जैसे-जैसे ऑनलाइन गेम की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसमें कई तरह के गेम दिखने लगे हैं। चाहे वह सिंगल प्लेयर गेम हो या मल्टीप्लेयर।
मोबाइल कंपनियाँ भी अब गेमिंग की सुविधाएँ दे रही हैं।
ऐसे हुई शुरुआत
ऑनलाइन गेम की शुरुआत पहली बार असेक्स यूनिवर्सिटी में साहसिक कार्य के आविष्कार के रूप में हुई और फिर वह सारी दुनिया में जल्द ही पसंद की जाने लगी। आज भारत भी इस दुनिया का एक बहुत बड़ा हिस्सा माना जाता है।
इसमें कई तरह के गेम होते हैं। इसके जरिये आप न केवल एक समूह के, बल्कि दुनिया के किसी भी शहर के लोगों के साथ बैठकर खेल सकते हैं। माउस को क्लिक करते ही आप कई तरह के गेम का मजा ले सकते हैं।
समाज में हो रही घटनाओं पर भी कई गेम आधारित होते हैं। आप काल्पनिक तौर से इन सबका हिस्सेदार बन सकते हैं और काल्पनिक किरदार से भी मिल सकते हैं। पंद्रह साल से लेकर 45 साल तक के लोग ज्यादातर इन गेम्स को खेलना पसंद करते हैं। यहाँ तक कि गृहिणियाँ भी ये गेम खेल रही हैं।
मार्केट भी बढ़ा
ऑनलाइन गेम का मार्केट तेजी से बढ़ा है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सन् 2010 तक यह 200 मिलियन डॉलर तक पहुँच जाएगा। ऑनलाइन गेम का बाजार विदेशों में ज्यादा फैला हुआ है। मैसिवली मल्टीप्लेयर ऑनलाइन गेम का बाजार एशिया में सबसे ज्यादा है।
ऑनलाइन गेम खेलने वाले की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। भारत में झपाक डॉट कॉम के जारी होने के 30 दिन के अंदर ही सात लाख लोगों ने इस साइट पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आजकल कई नए गेम खेलने के तरीके ईजाद हो गए हैं जैसे मोबाइल और वायरलेस गेमिंग।
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्केट भारतीय ऑनलाइन गेम उद्योग में अपना पैसा लगाने को तैयार हैं। एक साल के अंदर ही इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या में खासी बढ़ोतरी हुई है।
इंटरनेट कैफे जाने वाले लोगों की संख्या में भी 30 से 40 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। ऑनलाइन गेम पर लोग ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहते हैं और ज्यादा पैसे भी खर्च करते हैं। आने वाले एक दशक में उम्मीद की जा रही है कि भारत भी एशिया के टॉप ऑनलाइन मार्केट का हिस्सा होगा जैसे चीन, कोरिया और ताईवान हैं।
हालाँकि ऑनलाइन गेम को लोग अब ज्यादा पसंद करने लगे हैं, पर कुछ बातों का इसके साथ ख्याल रखें तो बेहतर है। कई ऑनलाइन गेम काफी हिंसात्मक होते हैं, जो दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। लिहाजा इनसे बचें।
यह बच्चों के दिमाग पर गलत असर डालते हैं, इसलिए यह आपको तय करना है कि आप कौन-सा गेम पसंद कर ऑनलाइन होना चाहते हैं?